चित्रकूट। संजय साहू: यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ के जीरो टॉलरेंस पर काम करने की रणनीति बाँदा के अधिकारियों को नागवार गुजर रही है यही वजह है कि भ्रष्टाचार का आलम बाँदा डिपो में भी देखने को मिल रहा है जहां संविदा परिचालक और चालक की शिकायत पर एंटी करप्शन की टीम ने बाँदा डिपो में रंगे हाथों वहां पर तैनात आरएम संजीव अग्रवाल को रंगे हाथों गिरफ्तार किया है हालांकि ₹10000 लेकर संविदा कर्मियों को ड्यूटी पर तैनात किया करते है।
पूरा मामला बाँदा नगर कोतवाली क्षेत्र अंतर्गत सिविल लाइन में स्थित बाँदा रोडवेज बस स्टैंड के अंदर का है। जहां एंटी करप्शन की टीम ने रंगे हाथों आरएम के पद पर तैनात संजीव अग्रवाल को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार करके उन्हें नगर कोतवाली में लाया गया है और उनसे गहन पूछताछ की जा रही है। भ्रष्टाचार को लेकर यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने अपने अधीनस्थ सभी कर्मचारियों को आदेश जारी किया था कि जीरो टॉलरेंस पर सभी कर्मचारी और अधिकारी कार्य करें। हालांकि, बाँदा में जीरो टॉलरेंस बिल्कुल भी नहीं दिखाई दे रहा है।
यहां तक कि रोडवेज यूनियन के कर्मचारियों ने भी खुलकर आरएम का विरोध किया है और उन्होंने अपने वक्तव्य में कहा है कि बिना घूस लिए ना तो परिचालक को ड्यूटी दी जाती है और ना ही चालक को ड्यूटी दी जाती है। यहां तक की बहाली के लिए भी 15 से ₹20000 की घूस की मांग की जाती है। कर्मचारियों में संतोष जाहिर किया कि एंटी करप्शन की टीम के छापेमारी के दौरान आर्यन के पकड़े जाने से उन्हें काफी खुशी है कि अब बांदा डिपो भ्रष्टाचार मुक्त हो जाएगा। अब देखना यह है यहां जो अन्य अधिकारी है क्या एंटी करप्शन की टीम उन पर भी शिकंजा कस सकती है।