जी हां उत्तर प्रदेश के जनपद अलीगढ़ के अंदर आपको दिख रही यह तस्वीर अलीगढ़ की तहसील खैर क्षेत्र के गांव पीपल की है। जहां पीपल गांव का रहने वाला एक युवक नोएडा के अंदर सन 2019 में मजदूरी करने के लिए गया था। उसी दौरान चाइना की एक कंपनी ने गांव के रहने वाले युवक से डॉक्यूमेंट लेते हुए गांव के रहने वाले युवक राहुल कुमार को दो कंपनियों का डायरेक्टर बनाते हुए दो कंपनियों में शेयर होल्डर बना दिया गया।
दरअसल अलीगढ़ के थाना खैर इलाके के गांव पीपल का रहने वाला राहुल कुमार इंटर करने के बाद आईआईटी करते हुए नौकरी करने के लिए गांव छोड़कर सन 2019 में चला गया था। जहां इस गांव का रहने वाला राहुल कुमार गुडगांव के अंदर Huabang Private Ltd का डायरेक्टर और Charlie peng, और Luo Sang में शेयर होल्डर बना रखा है जिसके लिए चाइना की कंपनी में ज्वाइन करते हुए राहुल कुमार से जरूरी डाक्यूमेंट्सस लेनेे के बाद अपनी कंपनी में चाइना ने राहुल कुमार को शामिल कर लिया गया।
इलाके के गांव पीपल का राहुल, उसका परिवार या उसके गांव के लोग बेशक अंजान हों। मगर इन दिनों इस राहुल ने देश में भूचाल ला दिया है। वह एक हजार करोड़ से अधिक के हवाला कारोबार से जुड़े रैकेट का हिस्सा है और चीन की दो कंपनियों का डायरेक्टर व दो का शेयर होल्डर है। चार दिन पहले दिल्ली में फर्जी पासपोर्ट से पकड़े गए चीनी नागरिक की जांच के बाद राहुल का नाम सामने आने के बाद एजेंसियां हरकत में आ गई हैं।
जानकारी के अनुसार दिल्ली में चार दिन पहले चीन का नागरिक फर्जी पासपोर्ट के साथ पकड़ा गया था। वह एक हजार करोड़ के हवाला रैकेट कारोबार से जुड़ा है। उसी के जरिये यह जानकारी मिली की जिन कंपनियों के लिए हवाला के जरिये रकम इधर से उधर होती है। उनका मालिक राहुल है यह जानकारी राहुल के परिजनों द्वारा नहीं दी गई कि कोई जांच एजेंसी जांच करने के लिए गांव में आई थी
हम आपको तस्वीरों में दिखा रहे हैं। यह उसी युवक राहुल का घर है। जिसको सन 2019 में चाइना ने दो कंपनियों का डायरेक्टर और दो कंपनियों का शेयर होल्डर बनाया था देख सकते हैं। कि किस तरह से इस घर के अंदर कच्चे चूल्हे के साथ गैस का चूल्हा और सिलेंडर भी मौजूद है। और किचन के हालत पूरी तरह से खस्ता है। लेकिन इन तस्वीरों को देखने के बाद लगता है कि घोटाला तो कहीं ना कहीं हुआ है। जिसको इसके परिजनों द्वारा छुपाया जा रहा है। वहीं स्थानीय ग्रामीणों ने बातचीत के दौरान बताया कि राहुल ने गांव के अंदर काफी पैसा लगाकर एक मकान बनाया है। लेकिन परिजनों द्वारा बातचीत में इस बात का भी जिक्र नहीं कर रहे हैं कि गांव के अंदर उनका दूसरा मकान हैं। लेकिन गांव के लोगों की बातों को भी ठुकराया नहीं जा सकता भले ही परिजन इस घोटाले पर अपने बेटों को बचाते हुए पर्दा डाल रहे हैं।
लेकिन जब इस बारे में राहुल की मां पुष्पा से जानकारी लेनी चाही तो पहले तो कुछ भी बताने से मना कर दिया। और उसके बाद कहा कि बेटा राहुल नोएडा के अंदर नौकरी करता है। लेकिन कब नौकरी करने नोएडा गया इसकी जानकारी राहुल की मां पुष्पा देवी को नहीं मालूम है। राहुल के साथ क्या हुआ इसका भी पुष्पा देवी को नहीं पता यह भी जानकारी राहुल की मां ने देने से साफ तौर पर इंकार कर दिया। कि उनके बेटे राहुल को चाइना की एक कंपनी के अंदर दो कंपनी का डायरेक्टर ऑफ दो कंपनियों का शेयर होल्डर बना रखा था कभी कहती हां पता है कभी कहती मुझे कछु ना पता और कहा मुझे कुछ मालूम ना। इस दौरान जब हम राहुल की मां पुष्पा देवी से बात कर रहे थे तभी पीछे से एक युवक ने पुष्पा देवी से कहते हुए कहा कि काम करो तुम अपना और उसके बाद पुष्पा देवी को चलता कर दिया। आप वीडियो के अंदर तस्वीर में साफ देख सकते हैं। जिस तरह से पुष्पा देवी ने बातचीत की उस बात से तो शक जाहिर होता है। कि कहीं ना कहीं बेटे के इस मामले में मां की भी मिलीभगत है।
राहुल के पिता श्याम सुंदर ने बातचीत के दौरान बताया कि उनका बेटा राहुल कुमार गांव पीपल से इंटर करने के बाद आईआईटी की और उसके बाद गांव को छोड़ कर नौकरी करने के लिए नोएडा चला गया। कंपनी ने अगर राहुल को दो कंपनियों का डायरेक्टर दो कंपनियों का मालिक बनाया होता तो क्या कंपनी मालिकों के घर के हालत ऐसी होती। वही चाइना द्वारा बेटे के साथ बड़ी धोखाधड़ी करते हुए फसाया गया। जिसके बाद चाइना को उसके किए की सजा मिलनी चाहिए। लोगों के द्वारा इस बात की जानकारी मिली थी बेटे राहुल कुमार दो कंपनियों का मालिक है।