अर्बन कोआपरेटिव बैंक लि.में पुलिस,सहकारिता विभाग के अफसरों द्वारा आरोपियों को बचाया जा रहा है : नीरज बोरा
में पुलिस,सहकारिता विभाग के अफसरों द्वारा आरोपियों को बचाया जा रहा है : नीरज बोरा
नीरज बोरा वैश्य समाज की रक्षा करने,कानून व्यवस्था की बहाली के लिये दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई हो
संजय श्रीवास्तव
लखनऊ। लखीमपुर खीरी में अर्बन कोआपरेटिव बैंक लि. के निर्वाचन के दौरान भाजपा विधायक योगेश वर्मा सहित वैश्य समाज के व्यापारियों के साथ मारपीट करने वाले आरोपियों को बचाने का मामला अब तूल पकड़ लिया है। पूरा वैश्य समाज पुलिस और सहकारिता विभाग के अफसरों द्वारा व्यापारियों के पक्ष में रिपोर्ट ना लिखने और आरोपियों को पूरा संरक्षण देने के खिलाफ गुस्से में है। विधायक,सदस्य राज्य सलाहकार बोर्ड,दिव्यांजन सशक्तिकरण विभाग डॉ. नीरज बोरा ने इस दुर्भाग्यपूर्ण हिंसक घटना के खिलाफ मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पत्र लिखकर व्यापारियों के गुस्से का इजहार किया है।
18 अक्टूबर को मुख्यमंत्री को लिखे गये पत्र में विधायक नीरज बोरा ने कहा है कि 9 अक्टूबर को लखीमपुर खीरी में अर्बन कोआपरेटिव बैंक लि. के निर्वाचन में विधायक के अलावा वैश्य समाज के राजू अग्रवाल,पूर्व सभासद राम कृष्ण गांधी,जिला सहकारी बैंक के पूर्व संचालक हेमंत गुप्ता,प्रतिष्ठिïत व्यापारी संतोष गुप्ता के साथ हिंसक घटना हुयी। बैंक के नामांकन पत्र फाड़े गये परन्तु पुलिस द्वारा न तो इस मामले को संज्ञान लिया गया और न ही संतोषजनक कार्यवाही की गयी। मेरी जानकारी में आया है कि वैश्य समाज के पीडि़त व्यापारियों की तहरीर को पुलिस द्वारा दबा कर रख लिया गया है। जिसकी वजह से वैश्य समाज में भारी आक्रोश है।
लखीमपुर खीरी में राजू अग्रवाल के सम्मान में, वैश्य समाज मैदान में जैसे होर्डिंग्स लगे हैं। व्यापार मंडल,सामाजिक संगठन,बार एसोसिएशन आदि ने भी घटना की निंदा की है और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है। वैश्य फेडरेशन का प्रदेश अध्यक्ष होने के नाते वहां के स्वजनों द्वारा मेरे पास कई वीडियो,फोटो भेजे गये हैं,जो आपको संलग्न करता हूं। मुख्यमंत्री जी आपकी मंशा के अनुरूप कानून व्यवस्था को मजबूत बनाने के प्रयासों को इस घटना से आघात पहुंचा है। वैश्य समाज पूरी तरह से आपके नेतृत्व पर आस्था रखता है, वह दुखी है। आपसे आग्रह है कि वैश्य समाज के हितों को संरक्षण प्रदान करने और कानून व्यवस्था की बहाली हेतु कठोर कार्रवाई करें।