चन्दौली। उमेश सिंह: जहाँ सरकार भष्टाचार के खिलाफ कड़ी रुख अपनाई हुई है, वहीं उनके भ्रष्ट अधिकारी उनके नियम कानून का पलीता लगाने से बाज नही आ रहे है। ताजा मामला जनपद चन्दौली के बरहनी ब्लाक के अंतर्गत है, जहाँ ड्रेस के टेंडर में जम-कर लीपा पोती हो रही है। वह भी ब्लाक के शिक्षा विभाग के मुखिया खण्ड शिक्षा अधिकारी बरहनी द्वारा। हम आपको बता दे की बरहनी ब्लाक में टेंडर के विद्यालय कुल एक सौ उन्तालीस है और बच्चो की संख्या कुल बाईस हजार पांच सौ साठ है और स्वीकृत 75℅ राशि कुल एक करोड़ एक लाख अठ्ठारह हजार तीरसठ रूपये रूपये है।
जी हम आपको बता दे की जितने भी विद्यालय पर रूपये एक लाख से अधिक के ड्रेस वितरण होते है, वो विद्यालय चाहे कंपोजिट हो चाहे प्राथमिक या पूर्व माध्यमिक उनके प्रधानाध्यापक (प्रबन्धक,प्रिंसिपल) के द्वारा वहा ड्रेस की टेंडर निकली जाती है, जो बाकायदे नियम से होता है।
जिस दिन टेंडर निकालनी हो या टेंडर खोलना हो उसे बाकायदे प्रिंट मीडिया में दर्शाया जाता है और फिर टेंडर निविदादाता द्वारा यूनिफार्म हेतु रूपये दो हजार का किसी भी राष्ट्रियकृत बैंक का बैंक ड्राफ़्ट/पे आडर अरेस्ट मनी के रूप में सचिव या विद्यालय प्रबन्धक सिमिति निविदा के साथ जमा करना अनिवार्य होता है। जिसका सर्वेसर्वा स्कुल का प्रबन्धक होता है।
लेकिन जनपद चन्दौली के बरहनी ब्लाक में सारे नियम को ताखे पँर रख दिया गया है और करोड़ो के ड्रेंस वितरण में खुला खेल खेला जा रहा है जिस टेंडर का सर्वे- सर्वा स्कूल प्रबंधक होता है उसी को नही पता की उसके विद्यालय की ड्रेस की टेंडर हुई की नही और पता भी है तो कितने तारीख ये पता नही और तो और पता भी हुआ तो कैसे किसी प्रिंट मीडिया में निविदा छपने के बाद।
हद तो जब हो गई जब हमारे रिपोर्टर द्वारा निविदा की प्रिंट मीडिया की कापी प्रिंसिपल को दिखाई गई तब जाकर किसी को पता चला की उनके विद्यालय का टेंडर वकायदे 29 अगस्त से 3 सितम्बर तक निविदा के फार्म आमंत्रित किये जायेंगे और 4 सितम्बर को टेंडर खोला जाएगा और इस बात की खबर स्कूल प्रबन्धक को 9 सितम्बर तक नही चला जिसको टेंडर देना हो खुलवाना हो उसी को नही पता की उसकी टेंडर 2 हप्ता पहले जमा कर दी गई और 1 हप्ता पहले खोलकर टेंडर भी किसी को दे दिया गया लेकिन इसपर बाइट देने पँर प्रबन्धक ने बताया कि सारे टेंडर एक साथ absa बरहनी द्वारा कराया गया है जिसका हम लोगो को पता नही है वही कुछ प्रबन्धक ने बताये की हम लोगो को प्रिंट मीडिया के माध्यम से पता चला वही कुछ प्रबन्धक बाइट देने में इतराते दिखे कहे की यदि absa साहब को पता चल जायेगा तो वह हम लोगो को बड़ी दंड लगा देंगे।
वही सारे प्रकरण पर जब हमारे रिपोर्टर ABSA बरहनी श्री राकेश सिंह से बाईट लेना चाहे तो पहले तो उनके द्वारा हमारे रिपोर्टर पँर ही धौस जमाया गया कि हम बाइट नही करेंगे इसमें मेरा योग्यदान नही तुम फर्जी रिपोर्टर हो तरह-तरह के बहाने किया गया। हालांकि बाद में मामला बिगड़ते देख अगले दिन बाइट देने के लिए सामने आये और कहा की प्रबन्धक द्वारा जो भी आरोप लगाया जा रहा है वो पूरी तरह से निराधार है। इस टेंडर के मामले में मेरी क्योई रोल नही है सारा टेंडर विद्यालय प्रबन्धक द्वारा कराया गया है उसके बाद भी यदि कोई दिक्कत होगी प्रबन्धक को तो हम फिर से टेंडर की प्रकिया करेगे।
वही इस मामले पर बेशिक शिक्षा अधिकारी श्री भोलेन्द्र प्रताप सिंह का रटा -रटाया जबाब सामने आया और कहे कि मामले की जांच कराई जाएगी, जो भी दोसी होगा उसे सजा मिलेगी।