चंदौली। उमेश सिंह: जहां सरकार एक तरफ वनवासी जाति लोगों के उत्थान के लिए लगातार प्रयासरत है, समय – समय पर आवास, शौचालय आदि जैसी सुविधाएं मुहैया करवा रही है। जिससे वनवासी लोगों का उत्थान हो सके लेकिन सेक्रेटरी और ग्राम प्रधान की मिलीभगत से समाज में अति पिछड़े गरीब वनवासियों के विकास का पैसा भ्रष्टाचार में जब्त हो जा रहा है।
बुधवार को मधुवन गांव के लोगो ने बताया कि अधिकतर यहां के लोगों को शौचालय नहीं मिला हैं और अधिकतर शौचालय वर्षों से नीव रखकर छोड़ दिया गया है एवम् शौचालय के नाम पर पैसा लिया जाता है। जब इसके बारे में वनवासी लोग ग्राम प्रधान से बात करते हैं तो ग्राम प्रधान एवम् सेक्रेटरी गाली गलौज कर समाज में अति पिछड़े वनवासी लोगों को भगा देते है। मुसहर बस्ती में सफाई का अभाव है, गांव के नालियां पूरी तरह से सफाई के अभाव में बंद है, ग्रामीणों का आरोप है कि महीनों से सफाई कर्मी गांव में नहीं आता है।
जब इसके बारे में ग्रामीण पूछते हैं तो सफाई कर्मी बेखौफ व निडर तरीके से बात को टाल देता है। ग्रामीणों ने प्रशासन का ध्यान आकृष्ट कराते हुए भ्रष्टाचार में लिप्त जिम्मेदारों की जांच कराने की मांग की है। ए.डी.ओ पंचायत राजेश सिंह ने अपने बयान में कहा कि उक्त मामले को संज्ञान में लेकर दोषी पाए जाने पर कार्यवाही करने की बात कही है।