खबर यूपी के चंदौली से है | कोरोना काल में एक चौंकाने वाला मामला सामने आया | जब जनपद के सभी निजी चिकित्सालयों के डॉक्टर काली पट्टी बांधकर डीएम ऑफिस पहुंचे और डीएम ऑफिस का घेराव कर दिया | डॉक्टर्स ने डीएम को पत्र सौंपकर न्याय की और सुरक्षा की गुहार लगाई | जिलाधिकारी ने डॉक्टरों को आश्वस्त किया कि उनके साथ जिला प्रशासन है | उनके साथ कोई दिक्कत नहीं होने दी जाएगी | वहीं लगातार हो रहे राजनितिक उत्पीड़न और मारपीट की घटनाओ से आहत निजी चिकित्सालय के चिकित्सकों ने ऐलान किया कि 18 अगस्त को वह 24 घंटे के लिए स्वास्थ्य सेवाएं ठप रखेंगे |
दरअसल करोना कॉल पिछले दिनों अनलॉक में सरकार से छूट मिलने के बाद निजी चिकित्सालय स्वास्थ्य सेवा में लग गए थे | इस क्रम में पिछले कुछ दिनों में निजी चिकित्सालय में डॉक्टर के साथ मारपीट तोड़फोड़ अभद्रता की जनपद में कई घटनाएं हो चुकी है | वहीं चंदौली वाराणसी सीमा पर स्थित एक बड़े निजी चिकित्सालय में सपा के पूर्व विधायक द्वारा महिला डॉक्टर के साथ अभद्रता किये जाने को लेकर निजी चिकित्सालयों के चिकित्सको मैं काफी आक्रोश था | जिसको लेकर सैकड़ों की संख्या में पूरे जनपद के निजी चिकित्सालयों के चिकित्सक काली पट्टी बांधकर डीएम ऑफिस पहुंचे और डीएम ऑफिस का घेराव किया | इसके साथ ही डीएम से मिलकर उन्होंने पत्रक सौंपकर न्याय की मांग और सुरक्षा की गुहार लगाई | इस पर जिलाधिकारी नवनीत सिंह चहल ने डॉक्टरों को आश्वस्त किया और कहा की करोना काल में डॉक्टर लगातार कोरोना वैरीयस ग्रुप में काम कर रहे हैं | चाहे वो सरकारी व निजी चिकित्सालय में लगातार वह अपनी जिम्मेदारी निभा रहे हैं | अगर उनके साथ कहीं कोई अन्याय हो रहा है तो जिला प्रशासन उनके साथ खड़ा है | वह खुद और पुलिस अधीक्षक चंदौली उनके साथ मौजूद हैं | कहीं कुछ दिक्कत हो तत्काल सूचित करें | ताकि ऐसे अराजक तत्वों पर कार्रवाई की जाए | जिलाधिकारी का आश्वासन मिलने के बाद निजी चिकित्सालय के डॉ आश्वस्त दिखे | लेकिन लगातर हुई उत्पीड़न की घटनाओ से आहत डॉक्टर्स ने 18 अगस्त को 24 घंटे के लिए अपने निजी चिकित्सालय बंद करने का ऐलान किया है | डॉक्टरों का कहना है कि अगर उन्हें सुरक्षा प्रदान नहीं की गई और ऐसे अराजक तत्वों पर कार्रवाई नहीं की गई तो आंदोलन को बाध्य होंगे |