
शाश्वत तिवारी
लखनऊ। बिहार में जिन 122 सीटों पर दूसरे चरण में मतदान है, पहले चरण में भारी मतदान के बाद ‘एन.डी.ए.’ के नेता ज्यादा जोश में दिख रहे हैं जबकि महागठबंधन के नेताओं का मनोबल कुछ कम नज़र आने लगा है। N D A की तरफ से पीएम नरेन्द्र मोदी, अमित शाह, योगी आदित्यनाथ, जे पी नड्डा, हिमंता विश्व शर्मा से लेकर रवि किशन तक तमाम नेताओं की रैलियां और रोड शो हुए। पीएम मोदी ने कैमूर और औरंगाबाद में रैलियां की और शनिवार को सीतामढ़ी में रैली की। इन रैलियों में मोदी ने बिल्कुल नए अंदाज में ‘एन.डी.ए.’ और महागठबंधन में फर्क समझाया, जंगलराज और सुशासन का अंतर बताया।

मोदी ने यूट्यूब पर चल रहे R J D के गानों की लाइनें सुनाईं और कहा कि इन गानों से ही बिहार के लोगों को समझ में आ जाना चाहिए कि महागठबंधन के नेताओं के इरादे क्या हैं। महागठबंधन के चुनाव प्रचार का सारा दारोमदार तेजस्वी यादव के कंधों पर है और वो एक दिन में दस-दस, पंद्रह-पंद्रह रैलियां कर रहे हैं। तेजस्वी का फोकस दो मुद्दों पर है। पहला युवाओं को सरकारी नौकरी और दूसरा बिहारी बनाम बाहरी। तेजस्वी ने कहा कि फिलहाल बिहार सरकार का रिमोट बाहरी नेताओं के हाथ में है, चुनाव के वक्त भी कुछ बाहरी यहां आकर बिहार में लोगों को भड़काने की कोशिश कर रहे हैं, ऐसे लोगों के चक्कर में नहीं फंसना है।
ये बात तो सब जानते हैं कि बिहार के चुनाव नतीजे तेजस्वी के राजनीतिक भविष्य पर असर डालने वाले होंगे। इसलिए तेजस्वी ने इस चुनाव में जी-जान लगा दी है, लेकिन उनके सामने चुनौती बहुत बड़ी है। एक तो महागठबंधन के प्रचार की जिम्मेदारी अकेले तेजस्वी के कंधों पर है। उन्हें एक-एक दिन में 18-18 रैलियां करनी पड़ रही हैं। R JD और कांग्रेस के अभियान में कोई तालमेल नहीं हैं।
राहुल गांधी चार दिन कैंपेन में आए जरूर, लेकिन बिहार की बजाय इधर उधर की बातें करते रहे। इससे महागठबंधन के उम्मीदवारों में निराशा है। दूसरी तरफ N DA की रणनीति एक-एक सीट के लिए तय है। कैंपेन में समन्वय है, नीतीश कुमार अब तक 70 से ज्यादा रैलियां कर चुके हैं, पीएम मोदी की 18 रैलियां हो चुकी हैं, यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ 26 रैलियां कर चुके हैं। अमित शाह चालीस से ज्यादा सभाएं कर चुके हैं। जे. पी. नड्डा से लेकर शिवराज सिंह चौहान, देवेन्द्र फडणवीस, धर्मेन्द्र प्रधान और हिमंता विश्व शर्मा तक सारे बड़े बड़े नेता बिहार में जमे हुए हैं।
ND A के कैंपेन में नेताओं की रैलियों की कॉरपेट बॉम्बिंग का असर दिख रहा है। कार्यकर्ताओं में उत्साह है। इसीलिए आज तेजस्वी को कहना पड़ा कि उनके एक हेलीकॉप्टर के पीछे मोदी ने तीस-तीस हेलीकॉप्टर लगा रखे हैं।