पटना। शिवम सिंह राणा । राजद ने अपने 17 सीटिंग विधायकों को इस बार टिकट नहीं दिया है तथा छह उन विधायकों के टिकट कटे गये हैं, जिनकी सीटें महागठबंधन में वाम दलों को दे दी गयी हैं। शेष 11 विधायकों को दोबारा टिकट देने पर हार की आशंका जताई गई थी उनकी जगह दूसरे प्रत्याशियों को उतारा है। हालांकि, इनमें दो टिकट सीटिंग विधायकों के परिजनों को भी दिये गये हैं।
सहरसा से लवली आनंद को सिंबल वहां के सीटिंग विधायक की मौजूदगी में दिया गया। संभव है कि अब भी दो से तीन बड़े नामी राजद नेताओं की सीट बदली जा सकती है।
पूर्व मंत्री तेज प्रताप यादव को महुआ के बदले हसनपुर में उतारा गया है।भोला यादव को बहादुरपुर से हटा कर हायाघाट सीट से उम्मीदवार बनाया गया। पूर्व मंत्री शिवचंद्र राम को राजापाकर से हटाकर पातेपुर में उतारा गया है। यदुवंश यादव को पिपरा के बदले निर्मली सीट दी गयी है। अब्दुल बारी सिद्दीकी को अलीनगर के बदले केवटी से उतारा जायेगा।
मोहम्मद नवाज आलम की आरा सीट और संजय कुमार की काराकाट सीट माले को दे दी गयी है, जबकि गुलाब यादव की झंझारपुर सीट राजद ने सीपीआइ को दे दी है। वहीं, तेघड़ा के वीरेंद्र कुमार अब जदयू चले गये हैं, यह सीट भी सीपीआइ को दे दी गयी है। पालीगंज के विधायक जयवर्धन यादव जदयू में चले गये हैं, यह सीट माले को दे दी गयी है। वहीं जदयू से राजद में आये श्याम रजक की फुलवारीशरीफ सीट भी माले को दे दी गयी है।
जिन विधायकों के टिकट कटे हैं उनमें गोरेयाकोठी सत्यदेव प्रसाद सिंह, तरैया मुद्रिका राय, गड़खा मुनेश्वर चौधरी, सहरसा अरुण यादव, सिमरी बख्तियारपुर जफर आलम, मखदुमपुर सूबेदार दास, केसरिया डॉ राजेश कुमार, बरौली नेमतुल्लाह, हरिसिद्धि राजेंद्र कुमार, संदेश अरुण कुमार और अतरी कुंती देवी हैं।