बरेली। सोनू अंसारी: आज पूरा देश हाथरस कांड को लेकर गम में डूबा हुआ है लेकिन सभी राजनीतिक पार्टियां अपने-अपने तरीके से विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं, कोई कैंडल मार्च निकालकर अपनी संवेदनाएं दे रहा है, तो कोई दरिंदों को फांसी की मांग कर रहा है। वहीं उत्तर प्रदेश के बरेली से कांग्रेस पार्टी के पदाधिकारियों ने अलग अंदाज में शोक संवेदनाएं देने का काम किया है। बुधवार को पार्टी के तमाम नेता हाथरस जाने के लिए निकले जहां पर नाटकीय ढंग से गिरफ्तारी हुई।
उसके बाद सभी नेताओं को सुभाष नगर थाने लाया गया, जहां पर नेताओं ने सरकार के विरोधी नारे लगाए। इतना ही नहीं नाटकीय ढंग से पहले से तैयार स्क्रिप्ट पर नेताओं ने काम करा है यहां पर पार्टी के पदाधिकारियों को थाने लाया गया। पार्टी के पदाधिकारियों ने फिल्मी अंदाज में नारे भी लगाए और जमकर केले खाए इतना ही नहीं पार्टी के कई पदाधिकारी शोक संवेदनाएं देना भूल गए और थान के अंदर केले खाए गए जिसका सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल हुआ।
हाथरस मे एक बच्ची के साथ हैवानियत की वारदात को अंजाम दिया। बच्ची अपने रहम की भीख मांगते रहे लेकिन दरिंदों ने उसके साथ बारी-बारी से गैंगरेप की वारदात को अंजाम दिया था और साथ ही उस मासूम के ऊपर कई दरिंदों ने बाहर किए जिससे उसकी रीढ़ की हड्डी टूट गई। इतना ही नहीं दरिंदों ने अपनी काली करतूत से बचने के लिए उस मासूम की जुबान भी काट दी थी। आखिरकार 15 दिन के बाद दिल्ली के एक निजी अस्पताल में उस मासूम की मौत हो गई। जिसको लेकर आज पूरे देश में लोग इस घटना को लेकर गुस्से में हैं।
तो वहीं बरेली की तस्वीर ना काफी है तस्वीर अपने आप में बहुत कुछ बयां कर रही, एक तरफ कांग्रेस पार्टी के तमाम बड़े पदाधिकारी अपने अपने तरह से सरकार को घेरने का काम कर रहे हैं तो वहीं बरेली की कांग्रेस पार्टी के पदाधिकारी अपनी ही पार्टी के नियमों को ताक पर रख चुके हैं। बुधवार को हाथरस जाते समय पार्टी के तमाम पदाधिकारियों ने फिल्मी अंदाज में अपनी गिरफ्तारी दी। उसके बाद सभी पार्टी के पदाधिकारियों को सुभाष नगर थाने लाया गया, यहां पर केवल खानापूर्ति की गई उसके बाद पार्टी के एक नेता ने अपनी जेब से पैसे निकाल कर दो दर्जन से अधिक खेलो को मंगाकर खाया और इस बीच हाथरस की बेटी के साथ हुई दरिंदगी पर शोक संवेदना देना भूल गए।
अपनी पेट पूजा में सभी पदाधिकारी लग गए हाला की वीडियो वायरल होने के बाद लखनऊ में बैठे तमाम बड़े पदाधिकारियों ने इस वीडियो का संज्ञान लिया है और इस पर कांग्रेस पार्टी के नेताओं से जवाब तलब किया है अब देखने वाली बात यह होगी कि नियमों को ताक पर रखने वाले पार्टी के नेताओं के खिलाफ क्या कार्रवाई होती है।