बलिया – घाघरा नदी में आई बाढ़ के पानी का खतरा झेल रहे तटवर्ती गांव के लोगों के लिए अब मगरमच्छ भी खतरा बन गए है। देर रात बैरिया तहसील छेत्र के गंगापुर गांव में 6 फिट लंबे मगरमच्छ के घुस आने से गांव में हड़कंप मच गया । मगरमच्छ से को ग्रामीणों ने मुश्किल से खुद रिस्क लेकर उसे पकड़ कर रस्सी से पेड़ से बाँधा। मगरमच्छ को देखने के लिए जुटी भीड़। सूचना पर पहुची वन विभाग की टीम को किए सुपुर्द ।
गांव में मगरमच्छ के घुसने का शोर सुनकर गांव के लोगों ने थानाध्यक्ष को फ़ोन कर मगरमच्छ के घुसने की सूचना दिए तो थानाध्यक्ष ने वन विभाग की टीम को भेजने की बात कहे मगर जब 1 घंटे इंतेजार के बाद भी वन विभाग की टीम मौके पर नही पहुँची तो हम लोगों ने खुद रिश्क लेकर मगरमच्छ को पकड़ा। दो दिन पहले भी हनुमानगंज में मगरमच्छ के घुसने की सूचना के बावजूद वन विभाग उसे पकड़ने में असफल रही और आज भी वन विभाग की टीम यहाँ पर आने में असफल रही। 112 नंबर की पुलिस की गाड़ी भी मगरमच्छ को देखकर खिसक गई। हमारे गांव के उत्तर साइड में 1 किलोमीटर के दायरे में नदी बहती है और जिसका पानी काफी बढ़ा है। जिसमे से मगरमच्छ हमारे मुहल्ले तक आया है।
बाढ़ की आफत के खतरे से डरे तटवर्ती गांव के लोग आज अपनी जान पर खेल कर मगरमच्छ को भले ही पकड़ लिया है। लेकिन वन विभाग लापरवाह बना रहा और ग्रामीणों की सूचना के बाद भी वन विभाग का कोई भी जिम्मेदार अधिकारी या कर्मचारी मगरमच्छ को पकड़ने नही पहुँचा और गांव के लोग घंटो इंतजार करते रहे। ग्रामीणों द्वारा मगरमच्छ पकड़ने की सूचना पर सुबह 7 बजे पहुँचे एस.डी.एम. की माने तो वन विभाग की टीम पहुँच गयी है। मगरमच्छ को वन विभाग को सुपुर्द कर दिया गया है। गांव के युवकों ने सराहनीय कार्य किया है। वन विभाग द्वारा लापवाही बरतने को लेकर इनके खिलाफ डी.एम. को रिपोर्ट भेजूंगा क्योकि मेरा फ़ोन भी ये लोग ठीक से नही उठाते है।