चौथे स्तंभ पर हमले बर्दाश्त नहीं, अब एकजुट हों देश भर के पत्रकार 


लखनऊ I प्रयागराज में पत्रकार लक्ष्मी नारायण सिंह की नृशंस हत्या के खिलाफ लखनऊ में पत्रकारों ने विरोध प्रदर्शन किया. यूपी में सात महीने में दूसरी ऐसी घटना हुई है, इससे पहले 8 मार्च 2025 को सीतापुर में पत्रकार राघवेन्द्र बाजपेई को गोलियों से भून दिया गया था.

Journalist protest lucknow : पत्रकारों पर लगातार हो रहे हमलों के खिलाफ शनिवार को राजधानी लखनऊ के 1090 चौराहे पर पत्रकारों ने एकजुट होकर कैंडिल मार्च निकाला. विरोध प्रदर्शन किया और पत्रकारों की सुरक्षा के लिए कड़े कानून की मांग उठाई.

ये था पूरा मामला 

पत्रकार की हत्या और आएदिन अधिकारियों, पुलिस-प्रशासन द्वारा पत्रकारों से अभद्रता करने की घटनाओं के खिलाफ जर्नलिस्ट प्रोटेक्शन एसोशिएशन के बैनर तले सैकड़ों पत्रकार एकजुट हुए. दिवंगत पत्रकारों को श्रद्धांजलि दी गई. मोमबत्ती जलाकर न्याय की मांग उठाई गई. इस दौरान पत्रकारों ने जमकर नारेबाजी भी की. संगठन के अध्यक्ष विवेक प्रताप सिंह ने कहा कि प्रयागराज की घटना कानून-व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़ा करती है.

सरकार को पत्रकारों की सुरक्षा व सम्मान के लिए कड़े कदम उठाने चाहिए. संगठन के संरक्षक जोगिंदर सिंह खालसा ने कहा कि लोकतंत्र में चौथे स्तंभ यानी मीडिया पर हमले होना जनता की आवाज को दबाए जाने के बराबर है, जिसे बिल्कुल बर्दाश्त नहीं किया जा सकता. इस दौरान प्रवक्ता देवकीनंदन पांडेय व कोषाध्यक्ष नरसिंह नारायण पांडेय ने स्पष्ट चेतावनी दी कि अगर भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति हुई तो एसोसिएशन राज्य स्तरीय आंदोलन करने को विवश हो जाएगा. 

इन घटनाओं पर फूटा था गुस्सा 

यूपी के प्रयागराज ज़िले में 23 अक्टूबर 2025 को एक न्यूज चैनल व पोर्टल के लिए काम करने वाले पत्रकार लक्ष्मी नारायण सिंह की नृशंस हत्या कर दी गई थी. यूपी में सात महीने में दूसरी ऐसी घटना हुई है, इससे पहले 8 मार्च 2025 को सीतापुर में पत्रकार राघवेन्द्र बाजपेई को गोलियों से भून दिया गया था. पुलिस ने इन दोनों ही मामलों में आरोपितों को गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है.


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