गया: गया के मेडिकल थाना क्षेत्र के परसामा पांडे के रहने वाले आर्मी के नायक सूबेदार नरेंद्र कुमार पांडे की इलाहाबाद में अचानक ड्यूटी के दरमियान मौत हो गई। मौत संदेहास्पद है, पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही पता चलेगा कि मौत की वजह क्या है।
मौत की खबर सुनते ही परिजनों का रो रो कर बुरा हाल है। पढ़ने की उम्र में मासूम बच्चे ने विधिवत पिता के अंतिम संस्कार का कर्मकांड को पूरा किया। इस दृश्य को देखकर अंतिम संस्कार में सम्मिलित लोगों के आंखें नम हो गई।
इस संदर्भ में ओटीए के अधिकारी सुरेंद्र सूबेदार नायक ने बताया कि गया के विष्णुपद श्मशान घाट के समीप फल्गु नदी में राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार पूरा किया गया है।
नरेंद्र कुमार पांडे नायक सूबेदार इलाहाबाद में कार्यरत थे, नायक रैंक के अधिकारी थे। उनकी मौत संदेहास्पद किडनी फेल या ब्रेन हेमरेज करने की वजह से हुई है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही पता चल पाएगा।
इसके साथ ही राजेंद्र कुमार पांडे मृतक के बड़े भाई ने शिष्कते हुए बताया कि मेरा छोटा भाई था। वह लीड रोल करता था और हम लोग को प्रेरणा देता था कि देश के लिए शहीद होना बड़ी बात है। मेरा भाई दो मासूम बच्चों को छोड़ देश के लिए शहीद हो गया, गर्व की बात है।
लोजपा के जिला अध्यक्ष वीरेंद्र सिंह ने बिहार सरकार से स्मारक बनाने एवं 25 लाख रुपए के मुआवजा,पत्नी व आश्रित को नौकरी देने की मांग की है।
रिपोर्ट: अभिषेक कुमार