‘वर्दी’ पहनने के बाद मीनाक्षी शर्मा बन गई ‘लुटेरी कांस्टेबिल’


पुरानी ब्लैकमेलर है मीनाक्षी शर्मा ,एक नहीं कई लोगों को मीनाक्षी ने हवस का शिकार बनाया है-मोहित खोखर 

  संजय श्रीवास्तव

Minakshi sharma news: मीनाक्षी फैमिली गैंग बनाकर शिकार बनाती थी जालौन के कुठौंद थाने के इंस्पेक्टर अरुण राय की मौत महिला कांस्टेबिल मीनाक्षी शर्मा के साथ अय्याशी करने की वजह से हुयी है। मीनाक्षी शर्मा ने वर्दी पहनने के बाद से अपने विभाग के लोगों को अपनी वासना का शिकार बनाकर लूटा…। इनमें इंस्पेक्टर के अलावा एक उप-निरीक्षक और कांस्टेबिल मोहित खोखर भी है। मीनाक्षी खुद अकेले खाकी वाले सहकर्मियों को अपना शिकार नहीं बनाती थी,इस खेल में उसके परिवार वाले भी शामिल थे। यानि,पिता-भाई मिलकर वीडियो बनाते थे और उसके बाद इस घिनौने काम को अंजाम देते थे। सीधी बात करें तो मीनाक्षी शर्मा पुलिस में भर्ती हुयी और वर्दी पहनने ही ये बन गयी खाकी की ‘लुटेरी कांस्टेबिल’…!

बता दें कि इस समय जालौन के कुठौंद थाने के इंस्पेक्टर अरुण कुमार राय और कांस्टेबिल मीनाक्षी शर्मा की कहानियां चर्चा में है। एक तरह से मीनाक्षी शर्मा के कारनामों से पुलिस विभाग शर्मसार हो रहा है। कोई नहीं समझ पा रहा है कि आखिर ये अपने ही विभाग के लोगों को अपना शिकार क्यों बनाती थी ? अब तक इसने अपने परिवार के साथ मिलकर कितने खाकी वालों को लूटा है ? ‘द संडे व्यूज़’ एवं ‘इंडिया एक्सप्रेस न्यूज़’ आपको मीनाक्षी शर्मा के कारनामों से पर्दा उठायेगा और पुलिस विभाग के ही पीडि़त कांस्टेबिल मोहित खोखरे की जुबानी आप तक पहुंचायेंगे…।

उत्तर प्रदेश के जालौन के कुठौंद थाने के इंस्पेक्टर अरुण कुमार राय की संदिग्ध मौत के बाद आरोपी महिला सिपाही मीनाक्षी शर्मा की पुरानी गतिविधियों की परतें खुलने लगी हैं। मीनाक्षी 2019 में सिपाही के पद पर भर्ती हुई थी। जिसकी पीलीभीत जिले में पहली तैनाती पूरनपुर थाने में हुई। वहां मीनाक्षी ने एक सिपाही को अपने प्रेम जाल में फं साया और और उससे शादी का दबाव बनाया।मीनाक्षी का जाल काम नहीं आया और सिपाही उसके प्रेम जाल में नहीं फं सा। इसके बाद लेडी कंास्टेबल ने सिपाही के कुछ निजी वीडियो बनाकर ब्लैकमेल किया और 25 लाख रुपए मांगी। जब सिपाही ने अपने परिवार के लोगों को इस बारे में बताया तो परिवार ने सिपाही का साथ दिया और रुपए देने से मना कर दिया। जिसके बाद सिपाही मीनाक्षी ने उसके खिलाफ पीलीभीत कोतवाली में रेप का मुकदमा पंजीकृत कराया इस मामले में सिपाही दो माह तक जेल में रहा। पीलीभीत में तैनात रहे सिपाही मोहित खोखर ने चौंकाने वाला दावा किया है। उनका कहना है कि मीनाक्षी ब्लैकमेलर है। उसने मुझे प्रेमजाल में फंसाया,फिर 25 लाख रुपए की मांग शुरू कर दी। पैसे न देने पर अश्लील वीडियो से ब्लैकमेल किया और झूठा मुकदमा लिखवा दिया।

सिपाही मोहित के मुताबिक, मीनाक्षी केवल अकेले काम नहीं करती बल्कि उसके पिता और भाई भी इस कथित ब्लैक मेलिंग गैंग का हिस्सा हैं। मोहित ने बताया कि 2022 में पूरनपुर थाने में उसकी पोस्टिंग हुई थी। वहीं मीनाक्षी भी तैनात थी। पहले दोस्ती, फिर नजदीकियां, उसके बाद ब्लैकमेलिंग की शुरुआत की। कुछ महीनों बाद मीनाक्षी के पिता और भाई ने उससे 25 लाख रुपए की मांग शुरू कर दी। मोहित के मुताबिक जैसे- जैसे मैं पैसे देने से मना करता गया वैसे-वैसे धमकियां बढ़ती गईं। मैंने परिवार को बताया, उन्होंने साफ मना कर दिया कि एक रुपया भी नहीं देना है। सिपाही मोहित का दावा है कि पैसे देने से इनकार उसके लिये महंगा पड़ गया। 2022 में मीनाक्षी ने मेरे खिलाफ फर्जी रेप का केस दर्ज करा दिया। मैं दो महीने जेल में रहा। उस दौरान मेरी नौकरी और मेरी इज्जत, सब खत्म होने की कगार पर पहुंच गई थी।

सिपाही के अनुसार यह मामला अभी कोर्ट में है लेकिन मीनाक्षी अब तक एक भी तारीख पर पेश नहीं हुई क्योंकि मामला झूठा था। मोहित का दावा है कि वह अकेले पीडि़त नहीं है। अमरिया थाना क्षेत्र के एक वरिष्ठ उप- निरीक्षक को भी इसी तरह प्रेमजाल में फं साकर उससे भी लाखों रुपये ऐंठी है। यह भी आरोप है कि मीनाक्षी के पिता और भाई मिलकर पुलिसकर्मियों को निशाना बनाते हैं। सिपाही मोहित ने आरोप लगाया कि मीनाक्षी और उसके परिवार ने ब्लैकमेलिंग के जरिये करोड़ों की अवैध संपत्ति बना ली है। पूरा परिवार एक गैंग की तरह काम करती है। जो पैसा ब्लैकमेल कर वसूला जाता है उससे प्रॉपर्टी खरीदी जाती है।  जांच होनी चाहिये।

मोहित ने बताया कि झूठे केस के बाद उसे विभागीय स्तर पर ताने झेलने पड़े। कई सहकर्मी उस पर उंगली उठाने लगे थे। आखिरकार, उसे पीलीभीत से हटाकर दूसरे जिले में तबादला कर दिया गया। मीनाक्षी ने मेरी नौकरी, मान-सम्मान और जीवन सब बर्बाद करने की कोशिश की थी।


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