बस्ती। किसन शुकला: बस्ती में सरयू नदी खतरे के निशान से 10 सेंटीमीटर ऊपर बह रही है गांव और खेतों में कटान अब बिल्कुल तेज हो गई है सरयू नदी का बेग इतना तेज है कटान का खतरा अब बहुत ही ज्यादा बढ़ चुका है।
सरयू नदी का बैग थम चुका है जलस्तर रविवार को खतरे के निशान से 10 सेंटीमीटर ऊपर आकर रुक गया था। इसमें गांव व खेतों में कटान शुरू हो चुकी है। बाढ़ पीड़ित कटान से अब दहशत में हैं। तटवर्ती गांव के लिए अब बड़ा मुसीबत सरयू नदी बन गई है। पानी लगातार दो दिन बढ़ने के बाद रविवार से कम होने लगा है। अपराहन करीब 3:00 बजे जलस्तर 92.883 रिकॉर्ड किया गया जो कि खतरे के निशान से 10 सेंटीमीटर ऊपर था यह पांचवी बार जलस्तर बड़ा है।
अब लोगों को आशियाना उजड़ने पर मजबूर कर दिया है। दुबौलिया में वैसे तो नदियां को जीवनदायिनी माना जाता है, लेकिन जिले के दक्षिणी सीमा से होकर बहने वाली सरयू नदी तटवर्ती व नदी के मध्य से गांव के लिए अभिशाप बन गई है। नदी हर सैकड़ों बीघा जमीन काट चुकी है। अब लोगों को घरों पर भी हमलावर है। वही लोग अपने घरों को खुद उजाड़ कर अपने रखे हुए सामानों को लेकर सुरक्षित स्थान पर जा रहे हैं।
वही बस्ती प्रशासन और बाढ़ खंड के अधिकारी लगातार बड़े-बड़े दावे कर रहे थे, लेकिन अगर उनकी दावेदारी धरातल पर सत्य होता तो शायद आज लोगों को अपना खुद ही आशियाना उजाड़ कर सुरक्षित स्थान पर जाने की जरूरत नहीं पड़ती। वहीं उप जिलाधिकारी हरैया बाढ़ पीड़ितों को राहत सामग्री किट बांट रहे हैं, लेकिन इस कटान से भला उन्हें कौन बचा सकता है। नदी अब कटान तेज कर लोगों के घरों को अपने धारा में समाहित कर रही है।