वाराणसी में जीवन समर्पित करने वाले गंगा शरण कबीर मठ मूलगादी (कवीरचौरा) के शास्त्री कुछ दिनों से अस्वस्थ चल रहे 23 वें पीठाधीश्वर संत गंगा शरण शास्त्री का सोमवार को 90 वर्ष की अवस्था में निधन हो गया। 1999 संत विवेक दास को सौंपने के वाद गंगा शरण जी गंगा तट मदरवा थे। उनके निधन की जानकारी
मिलने पर बड़ी संख्या में कवीरपंथियों ने मदरवा आश्रम में मूलगादी के पीठाधीश्वर का पद | पहुंच श्रद्धासुमन अर्पित किए। शिष्य गोविंद दास शास्त्री ने वतया कि मंगलवार को कबीर में आश्रम और कबीर घाट का निर्माण मूलगादी के 24 वें आचार्य संत विवेक कराकर वहां एकांतवास में थे। दास की मौजूदगी में मदरवा आश्रम में कबीर की वाणी के प्रचार-प्रसार में गंगा शरण जी को समाधि दी जाएगी।