अयोध्या। अयोध्या में कोरोना महामारी की चपेट में आकर कई वरिष्ठ नेताओं, सरकारी कर्मचारियों, अधिकारियों और आमजन की मौत हो चुकी है. समाजवादी पार्टी के पिछड़ा वर्ग प्रकोष्ठ प्रदेश अध्यक्ष चौधरी लौटन राम निषाद कोरोना को लेकर एक गैर जिम्मेदाराना बयान दिया है। उन्होंने कहा है कि कोरोना एक सामान्य बीमारी है। यह आई नहीं इसे लाया गया है. मौजूदा सरकार पिछड़े वर्ग के विरोध को दबाने के लिए कोरोना का सहारा ले रही है। चौधरी लौटन राम ने कहा है कि पहले भी सर्दी जुकाम का इलाज घरेलू नुस्खों से होता था। कोरोना लाइलाज नहीं है. एक साजिश के तहत कोरोना को लेकर लोगों में भय पैदा कर दिया गया है। कोरोना आया नहीं है. इसे साजिश के तहत लाया गया है. पिछड़े और दलित वर्ग के आंदोलन को दबाने के लिए भाजपा की ओर से कोरोना को लाया गया है. कोरोना से उतने लोग नहीं मरे हैं जितने कि भूख, प्यास और दुर्घटना से मरे हैं. उन्होंने कहा कि ऐसे में मृतक परिवारों के आश्रितों को एक- एक लाख रुपए दे कर समाजवादी पार्टी ने लोगों को सहायता देने का कार्य किया है।
सपा पिछड़ा वर्ग प्रकोष्ठ प्रदेश अध्यक्ष चौधरी लौटन नाम कहा की कोरोना के पीछे राजनीति ज्यादा है. इसका इलाज घर पर भी किया जा सकता है. अस्पतालों में गर्म पानी और पेरासिटामोल की टेबलेट की दी जा रही है. अगर घर पर खान-पान और पानी पीने की सही व्यवस्था की जाए तो हमें कोरोना के इलाज के लिए अस्पताल जाने की आवश्यकता नहीं है. चौधरी लौटा राम ने आरोप लगाया कि कोरोना के भय से अन्य मरीजों को अस्पताल में भर्ती नहीं किया गया और इलाज के अभाव में उनकी मौत हो गई।आपको बता दें कि विधानसभा चुनाव 2022 को लेकर राजनीतिक पार्टियां सक्रिय हो गई हैं।समाजवादी पार्टी माइक्रो सोशल इंजीनियरिंग फिट करने में जुट गई है।जातिगत राजनीति को साधने और पिछड़े वर्ग के लोगों को इकट्ठा करने में सपा के पदाधिकारी और कार्यकर्ता जुट गए हैं।माइक्रो सोशल इंजीनियरिंग के जरिए जातिगत आधार पर छोटे-छोटे समुदाय को एकत्र करके सपा का जनाधार बढ़ाने का प्रयास किया जा रहा है।इसी के चलते सपा पिछड़ा वर्ग के पदाधिकारियों का मनोनयन करने प्रदेश पिछड़ा वर्ग अध्यक्ष चौधरी लौटन राम निषाद अयोध्या पहुंचे. जहां पिछड़ा वर्ग प्रकोष्ठ के जिलाध्यक्ष त्रिभुवन प्रजापति से मुलाकात कर उन्होंने विधानसभा अध्यक्ष और ब्लॉक अध्यक्षों का मनोनयन किया. इस मौके पर चौधरी लौटन राम निषाद ने भाजपा पर पिछड़े वर्ग के लोगों को भड़काने और यादव समाज के विरुद्ध खड़ा करने का आरोप लगाया।