प्रदेश में चल रहे कोरोना संकट के बीच राजधानी लखनऊ से सटे बाराबंकी जनपद में कोरोना मरीजो के उपचार के लिए प्रशासन द्वारा अधिकृत एल 1 आइसोलेशन सेंटर में अव्यवस्थाओं के बोलबाले और ईलाज के नाम पर मरीजो को भगवान भरोसे छोड़ दिये जाने का मामला सामने आया है । मामला सफेदाबाद इलाके के चन्द्रा हॉस्पिटल और रिसर्च सेंटर का है जहां कोरोना पॉज़िटिव रिपोर्ट आने के बाद इलाज के लिए भर्ती हुए मरीजो ने वीडियो बना कर अस्पताल परिसर से लेकर वार्डो तक फैली गन्दगी को उजागर किया है । इतना ही नही यहां भर्ती मरीजो की माने तो कोरोना रिपोर्ट पॉज़िटिव आने के बाद जिला प्रशासन ने उन्हें यहां भर्ती कराने के बाद उन्हें पूरी तरह से भगवान भरोसे छोड़ दिया है । न तो कोई डॉक्टर ही मरीजो का हाल चाल लेने यहां आता है और न ही कोई सफाईकर्मी ही यहां सफाई के लिए पहुचता है । जिसके चलते अस्पताल के मेन गेट से लेकर वार्डो के अंदर तक गंदगी का अम्बार लगा है ।
इसके अलावा यहां भर्ती मरीजों के खानपान की भी कोई उचित सुविधा प्रशासन द्वारा नही की गयी है जिसके चलते कोरोना पेशंट अस्पताल परिसर में लगे सप्लाई वाले नल का पानी पीने को मजबूर है । और सोने पर सुहागा ये की जिस नल से यहां भर्ती कोरोना पेशेंट पानी पी रहे है उसके चारों तरफ जलभराव में मच्छर के लार्वा और गंदगी के फैली हुई है । वही इस बारे में जब बाराबंकी के मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर रमेश चन्द्रा से जानकारी का प्रयास किया गया तो उन्होंने कोरोना को लेकर कैमरे के सामने कुछ भी बोलने से इनकार कर दिया ।