लखनऊ। उत्तरप्रदेश की राजधानी लखनऊ में कोरोना वायरस का कहर कम होने का नाम ही नहीं ले रहा है। बुधवार पुलिस कमीश्नरेट के कई पुलिस कर्मचारी कोरोना पॉजिटिव पाए गए है। वहीं मंगलवार को 831 लोग वायरस की गिरफ्त में आए थे। केजीएमयू के कोविड आईसीयू में जन्मे शिशु कोरोना पॉजिटिव निकला। मंगलवार को शहर के कोविड अस्पतालों में भर्ती कोरोना के मरीजों में सबसे कम उम्र की एक वर्षीय बच्ची समेत 12 लोगों के मरने की पुष्टि की गई। वहीं, मंगलवार को 831 नए मरीज मिले व 413 मरीजों को अस्पतालों से छुट्टी मिली। उधर, केजीएमयू में हुईं 4499 जांचों में 565 पॉजिटिव केस निकले। इनमें 435 लखनऊ के रोगी शामिल हैं।
आलमबाग में वायरस की चाल को स्वास्थ्य विभाग के अफसर समझ नहीं पा रहे हैं। यही वजह है कि वहां वायरस पर काबू पाने की सारी तरकीबे फेल होती नजर आ रही हैं। आलमबाग में एक साथ 60 लोग पॉजिटिव मिले हैं। अब तक इलाके में सर्वाधिक 35 लोग एक साथ संक्रमित पाए गए थे। अब तक इलाके के 350 से ज्यादा लोगों को वायरस शिकार बना चुका है। यहां से सटे इलाके कृष्णानगर में भी वायरस का प्रकोप बढ़ रहा है। 38 नए लोग वायरस के शिकार बन गए हैं।
केजीएमयू के कोविड आईसीयू में एनीमिया पीड़ित गर्भवती का सुरक्षित प्रसव कराया गया। कोरोना संक्रमण के बाद महिला को भर्ती कराया गया था। हीमोग्लोबिन बढ़ाने के लिए तीन यूनिट खून चढ़ाया गया। जांच में नवजात की भी रिपोर्ट पॉजीटिव आई है। डालीगंज निवासी गर्भवती महिला (27) की हालत गंभीर होने पर क्वीनमेरी की इमरजेंसी में लेकर पहुंचे। यहां जांच में कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई। महिला के शरीर में ऑक्सीजन का स्तर 80 था। एनीमिया की चपेट में है। गर्भवती को गांधी वार्ड के आईसीयू दो में शिफ्ट किया गया। प्रसव पीड़ा होने पर डॉ. मोना को बुलाया गया। इसके बाद सुरक्षित प्रसव कराया गया।
टाइम्स फैक्ट-इंडिया आउटब्रेक की रिपोर्ट के मुताबिक, यूपी में 21 अगस्त तक कोरोना का पीक आएगा। ऐसे में अभी 10 दिन तक मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ सकती है। सर्वे के मुतबिक, कोरोना संक्रमण के मामले में अक्टूबर से राहत मिलने की उम्मीद है। उधर, लखनऊ के सीएमओ डॉ. आरपी सिंह ने कहा कि हम लगातार जांच बढ़ा रहे हैं। जल्द ही सुधार होगा। आधे से ज्यादा मरीज ठीक भी हो चुके हैं।