अलीगढ़ के त्यागी सर्जिकल हॉस्पिटल में महिला होमगार्ड ऑपरेशन कराने के लिये दो दिन रही भर्ती
महिला होमगार्ड आयुषी रानी के पेट में गांठ का हुआ आपरेशन, दो दिन बाद हुयी डिस्चार्ज लेकिन…
एक माह तक आयुषी रानी नहीं आयी कार्यालय लेकिन वेतन मिला पूरे एक माह का
मंडलीय कमांडेंट संदीप कुमार सिंह ने बनाया ‘फर्जी मस्टर रोल‘

संजय श्रीवास्तव
लखनऊ। सरकारी विभाग में काम करने वाली एक महिला पेट में गांठ का आपरेशन कराने के लिये हॅास्पिटल में भर्ती हुयी। दो दिन बाद उसे डिस्चार्ज कर दिया गया। डॅाक्टर ने उसे दो हफ्ते तक आराम करने की सलाह दी लेकिन कागजों में वो महिला पूरी मुश्तैदी से ड्यूटी करती पायी गयी। उस माह का जब मस्टर रोल बना तो यह दर्शाया गया कि उक्त महिला कर्मचारी ने पूरे माह ड्यूटी की, जिस पर उसका पूरा वेतन बना दिया गया। लखनऊ की मशहूर स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ संतोष साहनी से जब बात की गयी तो वो भी चौंक गयी। उन्होंने कहा कि यदि किसी महिला के पेट में गांठ है और उसका ऑपरेशन किया गया है तो कम से कम दो डेढ़-दो हफ्ते उसे आराम करना चाहिये। यदि सरकारी विभाग में है तो वो हर हाल में अवकाश ली होगी। चौंकाने वाली बात ये है कि आपरेशन कराने वाली महिला इतनी कर्मयोगी थी कि उसने डिस्चार्ज होने के तीसरे दिन ही ड्यूटी ज्वाइन कर ली। भई, मस्टर रोल तो यही बता रहा है। पहली बात तो ये संभव ही नहीं है कि गांठ का आपरेशन कराने के बाद कोई महिला देा दिन बात काम पर चली आये…। जैसा की हॉस्पिटल का रिकार्ड बताता है। यदि नहीं, तो फिर उसे पूरे माह का वेतन अफसर ने क्यों बनाया ? जैसा की ड्यूटी मस्टर रोल बताता है। मामला 2024 का है। जांच का विषय है, क्योंकि मामला होमगार्ड विभाग का है और इस काम को अंजाम देने वाले साहेब हैं पूर्व मंडलीय कमंाडेंट,अलीगढ़ संदीप कुमार सिंह। संदीप वर्तमान में डीटीसी, बरेली में मंडलीय कमांडेंट के पद पर कार्यरत हैं। गुरू जी अब आप ही लोग बताये संदीप साहेब को क्या नाम दिया जाये ? दयावान,भ्रष्टवान या…। सीधी बात कहें तो चोरी चाहें 100 रुपये की हो या फिर 1000 की…। फर्जी वेतन बनाना यानि सरकारी खजाने से चोरी करना माना जाता है। ‘द संडे व्यूज़’ सबूतों के आधार पर ही बात करता है और रिकार्ड के आधार पर बात करें तो जवानों को प्रति दिवस का ड्यूटी भत्ता 900 रुपये था,यानि 2700 की चोरी…। लेकिन कर्मचारियों ने तो बताया कि मैडम ने तो ड्यूटी किया ही नहीं और पूरे एक माह का वेतन बना दिया गया…। यानि 27000 रुपये की सरकारी खजाने की चोरी…।

अलीगढ़ में रामघाट रोड,एडीए कालोनी में त्यागी सर्जिकल हॉस्पिटल है,जहां पर 22 अप्रैल 2024 को महिला होमगार्ड आयुषी रानी पुत्री भगवती भर्ती हुईं। आयुषी रानी के पेट में गांठ का आपरेशन डॅाक्टर बृजेश त्यागी ने किया। आपरेशन सफल रहा और 24 अप्रैल को डिस्चार्ज कर दी गयी। बताया जाता है कि डॉक्टर ने लगभग दो हफ्ते दवा लेने और आराम करने की सलाह दी। होमगार्ड विभाग के कर्मचारियों ने बताया कि माह अप्रैल में आयुषी रानी ड्यूटी करने नहीं आयी और उसका पूरा वेतन बना दिया गया।
बड़ा सवाल ये है कि जब आयुषी रानी का आपरेशन हुआ और दो दिनों तक त्यागी हॉस्पिटल में भर्ती रहीं तो उसने ड्यूटी कहां पर किया ? क्या आयुषी की डुप्लीकेट ड्यूटी प्वाइंट पर पहुंच गयी थी ? आप देख सकते हैं कि माह अप्रैल 2024 के मस्टर रोल में आयुषी रानी की ड्यूटी अति संवेदनशील दर्शायी गयी है। इसे 30 दिनों तक ड्यूटी पर उपस्थित दिखाया गया है। यानि फर्जी मस्टर रोल बनाकर 27 हजार रुपये की चोरी की गयी। खास बात तो ये है कि इस मस्टर रोल को बनाने वाला कोई और नहीं बल्कि उस समय तैनात मंडलीय कमांडेंट संदीप कुमार सिंह ही हैं। आखिर संदीप जी एक महिला होमगार्ड पर इतना मेहरबानी क्यों दिखा रहे थे ? आखिर ऐसी क्या खास बात है कि संदीप जी ने शासनादेश की धज्जियां तक उड़ाने में गुरेज नहीं किया? आखिर क्या मामला है संदीप बाबू…।

बात गंभीर है और मुख्यालय के अफसरों को इस पर जांच बिठाकर कार्रवाई करनी चाहिये क्योंकि ‘द संडे व्यूज़’ दस्तावेजों को अपने खबर में इसीलिये छापता है ताकि जांच अधिकारी ये नहीं,वो नहीं,संभावना है…वगैरह…वगैरह ना कर सकें। यही कहेंगे कि मस्टर रोल का जिन्न सभी जिलों में पैर फैला चुका है,जो पकड़ा गया वो चोर और जो बचा रहा वो संं…। संदीप कुमार सिंह साहेब फिलवक्त बरेली,डीटीसी पर तैनात हैं।
पेट में गांठ के आपरेशन के मामले पर जब लखनऊ की मशहूर स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ संतोष साहनी से बात की तो उन्होंने बताया कि डॉक्टर की रिपोर्ट के आधार पर आयुषी रानी 22 से 24 अप्रैल 2024 तक हॉस्पिटल में भर्ती थी और उसके पेट में एक छोटा टुकड़ा गांठ का है,जिसका आपरेशन किया गया था। क्या इस आपरेशन के बाद आयुषी तीसरे दिन डयूटी करने की स्थिति में रही होगी,इस पर उन्होंने कहा कि सवाल ही नहीं उठता। डॉक्टर ने कम से कम डेढ़ दो हफ्ते आराम करने और समय पर दवा खाने की हिदायत दी होगी। यदि वो सरकारी विभाग में है तो उसे अवकाश मिला होगा।