क्या दिल्ली धमाके में पहले से था कोई  प्लान ! गुजरात में कौन कर रहा था ‘राइसिन’ जहर बनाने की कोशिश


सुरक्षा एजेंसियों की ताबड़तोड़ कार्रवाई 

धनीश श्रीवास्तव

लखनऊ।दिल्ली में लाल किले के पास एक कार में हुए धमाके में आठ लोगों की मौत और दर्जनों लोग के घायल हो गए। दूसरी तरफ सोमवार को ही फरीदाबाद में कश्मीरी चिकित्सक के ठिकाने से 360 किलोग्राम विस्फोटक व असाल्ट राइफल बरामद हुई थी। ऐसे में किसी गहरी साज़िश की संभावना जताई जा रही है। एक तरफ सुरक्षा एजेंसियां ताबड़तोड़ छापेमारी कर रही थीं, तभी सोमवार की शाम दिल्ली में लाल किले के पास एक कार में ज़ोरदार धमाका हो गया। इस धमाके में आठ लोगों की मौत और 10 से ज्यादा लोगों के घायल होने की सूचना है। मौके पर चीख-पुकार के बीच मृतकों के शव व घायल लोगों को लोक नारायण जय प्रकाश अस्पताल ले जाया गया। जिन्हें धमाका इतना तेज था कि आसपास खड़ी गाड़ियों तक के पड़खच्चे उड़ गए। भारी फोर्स के बीच एनआइए की टीम मौके पर जांच-पड़ताल में जुटी है। पूरी दिल्ली को हाई अलर्ट पर रखा गया है।

पहले से जताई जा रही थी आशंका, क्या सुरक्षा एजेंसियों से एक कदम आगे निकले दहशतगर्द !

पिछले 48 घंटों में गुजरात और दिल्ली से सटे फरीदाबाद में हुई संदिग्धों की गिरफ्तारियां और बरामदगी किसी खौफनाक साजिश की ओर इशारा कर रही थीं। इससे ठीक पहले गुजरात ATS के दबोचे गए आतंकियों में से दो यूपी के लखीमपुर व शामली जनपद के थे। ये माॅड्यूल लखनऊ के RS S दफ्तर सहित दिल्ली में कई स्थानों की रेकी कर चुका था। जो किसी बड़ी साज़िश की ओर इशारा कर रहा था। इसी दौरान लखनऊ के लालबाग इलाके से में एक महिला डाॅक्टर को आतंकी कनेक्शन के संदेह के आधार पर गिरफ्तार किया गया। इस पूरे घटनाक्रम ने सुरक्षा एजेंसियों की नींद उड़ा रखी है। दिल्ली में धमाके के बाद मुंबई सहित महानगरों में अलर्ट जारी है। तमाम स्थानों पर संदिग्धों की तलाश में अभियान चलाया जा रहा है।

संदिग्ध आतंकी के पास हथियारों के अलावा कैस्टर का तेल बरामद होने गहराया था शक

दिल्ली धमाके से एक दिन पहले ही गुप्त सूचना के आधार पर गुजरात एटीएस टीम ने अहमदाबाद-महेसाणा रोड पर टोल प्लाजा के निकट अहमद मोइनुद्दीन सैय्यद नाम के संदिग्ध को दबोचा था, जो हैदराबाद का रहने वाला था। उसकी कार की तलाशी में दो ग्लाॅक पिस्टल, एक बेरेटा पिस्टल, 30 जिंदा कारतूस और 4 लीटर कैस्टर ऑयल बरामद किया। मोइनुद्दीन के मोबाइल की जांच में उसके दो साथियों के संपर्क और पूरे मॉड्यूल की गतिविधियों का पता चला। इसके बाद ATS ने दोनों अन्य संदिग्ध आतंकियों को गुजरात के ही बनासकांठा से गिरफ्तार कर लिया। जिनकी पहचान उत्तर प्रदेश के शामली के कैराना के रहने वाले 20 वर्षीय आजाद सुलेमान शेख और लखीमपुर खीरी के निवासी मोहम्मद सुहेल खान के तौर पर हुई। गुजरात ATS की जांच में सामने आया कि इन‌ संदिग्ध आतंकियों का माड्यूल देश में आतंक फैलाने की साजिश रच रहा था। गिरफ्तार आरोपी डॉक्टर अहमद मोहिउद्दीन सैयद चीन से MBBS करने के बाद भारत लौटा और ‘राइसिन’ नामक घातक जहर तैयार करने में जुटा हुआ था, जिसे कैस्टर ऑयल यानी अरंडी के तेल से बनाने की कोशिश की जा रही थी।

बड़े शहरों में हमले की साजिश में थे आतंकी

गुजरात एटीएस के उपमहानिरीक्षक सुनील जोशी ने बताया कि आरोपित शक्तिशाली जहर ‘राइसिन’ से आतंकवादी गतिविधियों को अंजाम देने की साजिश रच रहे थी। जिसे विफल कर दिया गया। आरोपितों ने यह भी खुलासा किया है कि उनका आका ड्रोन के जरिये हथियारों की खेप पाकिस्तान से भेजता है। इसके अलावा हमलों में राइसिन नाम के रासायनिक जहर का इस्तेमाल करने की साजिश थी। ये जहर अरंडी के बीजों यानी कैस्टर बीन्स के अंदरूनी हिस्सों से बनता है।  गुजरात ATS के DIG सुनील जोशी के मुताबिक डॉ. अहमद मोहियुद्दीन सैयद उच्च शिक्षित व्यक्ति है, जो चीन से MB BS की पढ़ाई कर चुका है। वह आइएसआइएस-खुरासान प्रांत के सदस्य अबु खदीजा से संपर्क में था, जिसने उसे भारत विरोधी गतिविधियों के लिए फंड इकट्ठा करने और आतंकियों की भर्ती अभियान चलाने की जिम्मेदारी उसे दी थी। डीएसपी एसएल चौधरी के मुताबिक तीनों आरोपितों और फरार अबु ख़दीजा के खिलाफ यूएपीए और शस्त्र अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया है। स्थानीय अदालत ने सैयद को 17 नवंबर तक एटीएस की हिरासत में भेज दिया है। अधिकारियों के अनुसार, अब भी कई और संदिग्धों की तलाश जारी है ताकि पूरी साजिश का पर्दाफाश हो सके। 

फरीदाबाद में मिला 360 किलोग्राम विस्फोटक 

एक तरफ गुजरात ATS की टीम देशभर में संदिग्ध आतंकियों का नेटवर्क खंगाल रही है, इसी दौरान सुरक्षा एजेंसियों की संयुक्त कार्रवाई में दिल्ली से सटे फरीदाबाद में 360 किलोग्राम विस्‍फोटक, दो असाल्ट राइफल मिलने से हड़कंप मच गया। जम्‍मू-कश्‍मीर के अनंतनाग से डॉक्‍टर आदिल अहमद राठेर की निशानदेही पर बड़ी मात्रा में विस्‍फोटक बरामद हुआ है। कमरे से 360 किलो संदिग्ध अमोनियम नाइट्रेट, असॉल्ट राइफल, पिस्टल और कारतूस बरामद किए हैं। जानकारी मिली है कि उसने तीन महीने पहले शहर में एक कमरा किराए पर लिया था। मकान मालिक को निर्देश थे कि वह कमरे में सिर्फ अपना सामान रखेगा। वहीं उसने 14 बैगों में विस्फोटक सामान भरा था। सूत्रों के मुताबिक, आरोपी डॉक्टर की पहचान मुजाहिल शकील के रूप में हुई है। 

जम्मू कश्मीर पुलिस और फरीदाबाद पुलिस के ज्वाइंट ऑपरेशन में गिरफ्तार मुजम्मिल पीसीसी डॉक्टर है और फरीदाबाद की अल फलाह यूनिवर्सिटी में डॉक्टर था। वो पिछले तकरीबन तीन साल से यहां रह रहा था। सुरक्षा एजेंसियां इन सभी मामलों की तफ्तीश कर रही थीं कि इसी दौरान दिल्ली में लाल किले के पास धमाका हो गया। ऐसे में बड़ा सवाल है कि क्या दिल्ली को दहलाने में इसी नेटवर्क की साजिश थी, सूत्रों की मानें तो सुरक्षा एजेंसियां ताबड़तोड़ एक्शन के साथ बहुत जल्द इसका पर्दाफाश करेंगी।


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