ट्रेन में लड़की से ‘बैड टच’ करने पर एसपी ने किया निलंबित, होमगार्ड विभाग में ‘बैड टच’ करने वाले ‘होमगार्ड’ को मुख्यालय दे रहा ‘सम्मान’


ट्रेन में लड़की से बैड टच करने पर एसपी ने कांस्टेबिल को किया सस्पेंड, महिला, बिटिया से बैड टच करने पर होमगार्ड को मिला ईनाम

वीडियो के आधार पर दोषी पाये जाने पर कांस्टेबिल को निलंबित कर जांच बिठा दी है: प्रशांत वर्मा, एसपी,जीआरपी

वाराणसी में महिला,बिटिया से ‘बैड टच’ करने का वीडियो देखने के बाद होमगार्ड अखिलेश सिंह को अफसरों ने दी शाबासी

‘द संडे व्यूज़’ में खबर देखने के बाद डीआईजी, विनय मिश्रा के बोल

1-होमगार्ड को कमांडेंट निकाल क्यों नहीं रहा समझ में नहीं आ रहा है…

2-मंडलीय कमांडेंट गिरिराज सिंह ने 18 जून को बिठायी जांच, कमांडेंट ने नहीं दिया जवाब

3-मंडलीय कमांडेंट ने दुबारा जांच के दिये निर्देश,महीनों गुजर गया नहीं मिला जवाब

संजय श्रीवास्तव

लखनऊ। 14 अगस्त की रात दिल्ली से प्रयागराज जाने वाली प्रयागराज एक्सप्रेस में एक लड़की अपनी सीट पर सो रही थी। उसी ट्रेन में आरपीएफ का कांस्टेबिल आशीष ड्यूटी पर मौजूद था। वह लड़की के पास गया और उसे छूने और दबाने लगा। बैड टच करने पर लड़की जाग गयी और उसने हिम्मत करके ऑन लाइन शिकायत दर्ज कर दी। वीडियो के आधार पर कांस्टेबिल को निलंबित कर दिया गया है। दूसरी तरफ,वाराणसी में होमगार्ड अखिलेश सिंह एक महिला और एक बच्ची के को गलत तरीके से पीछे छूता हुआ निकल रहा है। इसे संभ्रांत भाषा में ‘द संडे व्यूज़’ ‘बैड टच’ लिखकर खुलासा करता रहा लेकिन प्रमोटी कमांडेंट बृजेश मिश्रा उसे बचा रहा है। वैसे भी इस विभाग में महिलाओं का सम्मान कम अपमान की घटनाएं ज्यादा होती रही है। कुकर्मी मानसिकता के कुछ अधिकारियों ने ‘बैड टच’ से भी घिनौना काम किया है। उन्हें पहले निलंबित किया गया फिर सम्मान के साथ ‘अवैध धन’ लेकर बहाल कर दिया गया। वाराणसी में तैनात जवानों ने बताया कि कमांडेंट ने मुख्यालय के एक अधिकारी को प्रति माह ‘चांदी का जूता’ मारकर मुंह बंद रखने को मजबूर कर दिया है। यही वजह है कि मंडलीय कमांडेंट, वाराणसी गिरिराज सिंह की 18 जून को खबर प्रकाशित होने के बाद जांच बिठायी लेकिन प्रमोटी कमांडेंट ने अभी तक जवाब नहीं दिया। दुबारा जांच बैठी, वो भी दबा दिया गया। इस बारे में मुख्यालय पर तैनात डीआईजी विनय मिश्रा से बात की गयी तो उनका जवाब था… साले को विभाग से निकाल बाहर कर देना चाहिये…पता नहीं क्यों बचा रहा है ? सोचिये, मुख्यालय के अफसर को ये जवाब है…

खैर, मुख्यालय के अफसरों की सुतुप्ता सोच की वजह से घटिया मानसिकता के प्रमोटी कमांडेंट बैड टच करने वाले होमगार्ड को बचा रहा है लेकिन कब तक…। बता दें कि दिल्ली से आ रही प्रयागराज एक्सप्रेस में एक छात्रा से छेड़छाड़ की गई। आरोप है कि एस्कॉर्ट ड्यूटी पर तैनात जीआरपी के दीवान आशीष गुप्ता ने उसे गलत तरीके से छुआ और अभद्रता की। विरोध पर माफ़ी मांगने लगा। छात्रा ने रेलवे हेल्पलाइन पर शिकायत दर्ज कराई। प्रथम दृष्टया शिकायत सही पाए जाने पर आरोपी सिपाही को निलंबित कर दिया गया है। साथ ही मामले में जांच बैठा दी गई है। घटना 13 अगस्त की रात में हुई। प्रयागराज में रहकर पढ़ाई करने वाली एक छात्रा प्रयागराज एक्सप्रेस से दिल्ली से लौट रही थी। उसका आरोप है कि रात में वह सो रही थी। इसी दौरान वर्दी में आये एक दीवान ने उसे गलत तरीके से छुआ और अभद्रता की। नींद खुलने पर उसने विरोध किया तो वह भागने लगा। मोबाइल से वीडियो बनाने पर माफी मांगने लगा। छात्रा की आपबीती सुनकर बगल की सीट पर यात्रा कर रही महिला ने पूछताछ की तो दीवान उनसे भी माफ़ी मांगने लगा। ट्रेन कानपुर पहुंचने वाली थी तभी यह घटना हुई। इसके बाद छात्रा ने रेलवे हेल्पलाइन 139 पर शिकायत दर्ज कराई। मामला जीआरपी के अफसरों के संज्ञान में आया तो उन्होंने प्रारंभिक जांच कराई। पता चला कि आरोपी दीवान आशीष गुप्ता प्रयागराज जीआरपी थाने में तैनात है। प्रारंभिक जांच के बाद उसे निलंबित कर दिया गया।

घटना का वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हुआ है। 51 सेकंड के इस वीडियो के शुरू होते ही आरोपी दीवान हाथ जोड़कर माफ़ी मांगता नजर आता है। इस दौरान छात्रा उससे पूछती है कि उसने ऐसा क्यों किया ? बगल की सीट पर बैठी महिला उसे फटकारती है कि ट्रेन में उसकी ड्यूटी सुरक्षा के लिये है या यह सब करने के लिये ? इस पर दीवान हाथ जोड़कर बार- बार माफ़ी मांगता नजर आता है। इससे पहले छात्रा के वीडियो बनाने व शिकायत करने की बात कहने पर वह यह कहता भी सुनाई पड़ता है कि माफ कर दो… नौकरी चली जायेगी। वीडियो देखकर शुरुआती जांच के आधार पर कांस्टेबिल को निलंबित कर दिया गया है।

इस मामले में प्रयागराज के एसपी जीआरपी प्रशांत वर्मा ने बताया कि प्रारंभिक जांच में शिकायत सही मिलने पर आरोपी दीवान को निलंबित कर दिया गया है। इस पूरे प्रकरण की जांच सीओ जीआरपी प्रयागराज को सौंपी गई है। आगे की कार्रवाई जांच रिपोर्ट के आधार पर की जायेगी।

सोचिये,वीडियो के आधार पर ‘बैड टच’ करने वाले कांस्टेबिल आशीष गुप्ता को एसपी, जीआरपी प्रशांत वर्मा ने तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया लेकिन मुख्यालय पर बैठे डीआईजी विनय मिश्रा महिलाओं और बेटियों का अपमान कर विभाग को कलंकित करने वाले प्रमोटी कमांडेंट बृजेश मिश्रा के खिलाफ सख्त कार्रवाई कर सके और ना ही घटिया सोच रखने वाले होमगार्ड अखिलेश सिंह के खिलाफ…। शायद विनय जी किसी बड़ी घटना के इंतजार में हैं ? ये भी हो सकता है कि उनकी नजर में बैड टच छोटी घटना हो,यदि प्रमोटी के इशारे पर होमगार्ड अखिलेश सिंह किसी महिला के साथ जघन्य कांड़ कर घटना को अंजाम दे तक शायद साहेब कार्रवाई करें…।

‘द संडे व्यूज़’ आगे खुलासा करेगा कि वाराणसी का प्रमोटी कमांडेंट बृजेश मिश्रा होमगार्डों की ड्यूटी लगाने के नाम पर प्रति माह कितने लाख रुपये की अवैध कमाई कर रहा है ? ये भी बतायेंगे कि हराम की कमाई से मंडल ओर मुख्यालय पर बैठे अपने आका को कितनी रकम पहुंचाता है? बतायेंगे कि प्रमोटी बृजेश मिश्रा नियमों की धज्जियां उड़ाकर मृतक आश्रित भर्ती में अवैध कमाई किया है ?


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