– राज्यमंत्री धर्मवीर प्रजापति ने आवासीय व प्रशासनिक भवनों से जुड़ी आठ परियोजनाओं का शिलान्यास किया
– टाइप-ए में दो कमरे व टाइप-बी में तीन कमरे
संवाददाता, लखनऊ। उप्र पुलिस के जवानोें की तरह अब होमगार्ड कर्मियों को भी रहने के लिए सरकारी आवास उपलब्ध होंगे। इसकी पहल होमगार्ड मुख्यालय के कर्मियों के लिए बहुमंजिला आवासीय भवन के निर्माण से की गई है। होमगार्ड व नागरिक सुरक्षा राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) धर्मवीर प्रजापति ने आवासीय व प्रशासनिक भवनों से जुड़ी आठ परियोजनाओं का शिलान्यास किया। इन परियोजनाओं को पूरा होने में 63.84 करोड़ रुपये खर्च होने का अनुमान है।

होमगार्ड मुख्यालय में आयोजित कार्यक्रम में आवासीय व अनावासीय भवनों का शिलान्यास किया। होमगार्ड मुख्यालय में कार्यरत तृतीय व चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों के लिए अब तक कोई विभागीय आवासीय भवन नहीं था। कर्मचारियों की आवश्यकताओं को देखते हुए पहली बार टाइप-ए व टाइप-बी के बहुमंजिला भवन का निर्माण कराया जा रहा है।
टाइप-ए में दो कमरे व टाइप-बी में तीन कमरे होंगे। मंत्री ने इसके अलावा कौशाम्बी व महराजगंज में होमगार्ड के जिला कार्यालय, बांदा, शामली व वाराणसी में जिला/मंडल कार्यालय तथा गोरखपुर में मंडलीय प्रशिक्षण केंद्र के भवन का भी शिलान्यास किया।
मंत्री ने कहा कि होमगार्ड विभाग के गठन के बाद यह पहला अवसर है, जब कर्मचारियों के लिए आवासीय भवन का निर्माण कराया जा रहा है। गोरखपुर में बनने वाला प्रशिक्षण केंद्र भविष्य में जवानों को बेहतर ट्रेनिंग उपलब्ध कराने में सहायक होगा। बताया कि अब तक 39 जिलों में भवन निर्माण व पांच जिलों में मंडलीय प्रशिक्षण केंद्र का निर्माण कराया जा चुका है। इस अवसर पर विभाग के प्रमुख सचिव राजेश कुमार सिंह, डीजी होमगार्ड विजय कुमार मौर्य, आइजी धर्मवीर, विवेक कुमार सिंह समेत अन्य वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे।