समीक्षा बैठक पार्ट 2-विभाग में जो भी अच्छा काम करना चाहता हूं, उसमें सबसे बड़ा ‘अडंगा’ आईजी डाल रहे हैं:बी.एल.मीणा


मृतक आश्रित भर्ती,आयुष्मान कार्ड बनाने सहित ईपीएफ लागू कराने में नहीं हो रहा तेजी से काम

एसीएस बी एल मीणा के निशाने पर आईजी, होमगार्ड विवेक सिंंह

आईजी विवेक सिंह के बोल: रिटायरमेंट करीब है, मैं फाईलों में नहीं लूंगा कोई रिस्क…

सवाल: आई जी साहेब क्या पांच माह आप सरकार को बेवकूफ बनाकर लेंगे सैलरी ?

सवाल: क्या सीएम की योजनाओं को लटका कर रखेंगे ?

सवाल: मंत्री जी की कुर्सी को खतरे में डालने का इरादा है क्या ?

‘एसीएस’ मानें ‘जीरो टॉलरेंस’

संजय श्रीवास्तव

लखनऊ। होमगार्ड विभाग में एसीएस एंग्रीमैन के रोल में दिख रहे हैं। उन्हें तो चाहिये सिर्फ और सिर्फ काम और परिणाम,जिसमें खोखले दावे में माहिर आईजी विवेक सिंह उनके राडार पर हैं। मुख्यालय पर हुयी समीक्षा बैठक में अफसरों के शानदार परफार्मेंस रिपोर्ट पर जहां एसीएस बी एल मीणा ने सार्वजनिक खुलासा कर हवा-हवाई निकाल दिया वहीं आई जी विवेक सिंह तो मानों उनके रॉडार पर हैं। श्री मीणा ने तो साफ तौर पर कहा कि विभाग में जो भी अच्छा काम करना चाहता हूं, उसमें सबसे बड़ा अड़ंगा आईजी विवेक सिंह डालते हैं…। आखिर एसीएस की पारखी निगाहों ने आईजी को ही क्यों निशाने पर क्यों लिया ? आखिर क्या बात है कि शासन स्तर पर होने वाली सभी बैठकों में विवेक सिंह के कार्यशैली को लेकर श्री मीणा क्यों फटकार लगाते रहते हैं ? आखिर सरकार द्वारा निर्देशित कार्यों को क्यों आईजी दबाते चले आ रहे हैं ? बात जो भी हो, यदि ये कछुए की रफ्तार से कामत करते रहें तो कहीं मंत्री धर्मवीर प्रजापति की कुर्सी खतरे में ना पड़ जाये, क्योंकि ‘एसीएस’ मानें ‘जीरो टॉलरेंस’ माना जाता है…

बता दें कि ‘द संडे व्यूज़’ ने 7 दिसंबर को शीर्षक समीक्षा बैठक में प्रमुख सचिव और डीजी ने अपनाया आक्रामक तेवर: विधायक ने कहा तुम पैसा लेते हो…तुमको सस्पेंड़ कर दूंगा… में खुलासा किया था कि कौन कमांडेंट किस तरह से जवानों का शोषण कर वसूली कर रहे हैं। भरोसेमंद सूत्रों ने बताया कि एसीएस श्री मीणा के टार्गेंट पर समीक्षा बैठक में आईजी, होमगार्ड विवेक सिंह और कमांडेंट मनीष दूबे भी रहें। सूत्रों ने बताया कि मंत्री धर्मवीर प्रजापति और डीजी बी के मौर्या की मौजूदगी में एसीएस ने विकास कार्र्यों पर समीक्षा करनी शुरू की तो उन्होंने आईजी, होमगार्ड विवेक सिंह की तरफ इशारा करते हुये कहा कि इस विभाग में डेवलप्मेंट के काम में सबसे बड़ा अडंगा आईजी विवेक सिंह लगाते हैं। हर काम में निगेटिव स्टेटमेंट देते हैं।

वहीं डीजी बी. के .मौर्या ने मनीष दूबे को आड़े हाथ लेते हुये कहा कि जब आपका देवरिया ट्रांसफर हो गया है तो महोबा की मांग क्यों कर रहे हो ? बता दें कि मनीष दूबे को महोबा से सस्पेंड़ किया गया था इसीिलये वे न्याय के लिये न्यायालय की शरण में गये। हाल ही में मनीष दूबे को देवरिया का जिला कमांडेंट बनाया गया लेकिन वे इस बात पर अड़े हैं कि उन्हें महोबा से सस्पेंड़ किया गया था इसलिये वे कहीं और तैनात नहीं होंगे। जो भी फैंसला होगा,कोर्ट तय करेगा। नाम न छापने की शर्त पर बैठक में शामिल कमांडेंट ने बताया कि शासन में जब भी बैठक होती है, एसीएस श्री मीणा विभागीय कार्यों में लेट-लतीफी की वजह से विवेक सिंह को जमकर फटकार लगाते रहते हैं। जवानों के हित में सरकार द्वारा दिये गये कार्यों में भी देरी करने की वजह से श्री मीणा ने अपने कार्यालय में विवेक सिंह को खूब फटकारा। उन्होंने कहा कि तुम जब कमरे में आते हो तो सिर्फ निगेटिव बातें करते हो,ये नहीं कि किस काम को कैसे किया जाये। एक काम करो मेरे पास एक योग टीचर हैं,उनके पास जाकर योग करो तो अपने आप सकारात्मक सोच आने लगेगी…।

हालांकि द संडे व्यूज एसीएस कार्यालय में बंद कमरों के बीच की पुष्टि नहीं करता लेकिन ये तय है कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सोच को साकार करने वाले किसी भी योजना में लापरवाही बरतने वाले किसी को भी बीएलमीणा नहीं छोड़ते…। अफसरों में चर्चा जोरों पर है की आईजी के रवैये से खफा एसीएस कहीं अपनी समीक्षा मुख्यमंत्री तक ना पहुंचा दें। यदि ऐसा हुआ तो होमगार्ड मंत्री धर्मवीर प्रजापति के लिये बड़ी दिक्कत पैदा हो सकती है।

अगले अंक में

बड़बोले आईजी विवेक सिंह के बोल : मंत्री जी मीडिया से हैं नाराज,इसीलिये उनके खिलाफ खबरें छप रही है…।


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