लखनऊ। आज दिनांक 02.12.2020 को लखनऊ विकास प्राधिकरण व UPNEDA के बीच MOU हस्ताक्षर निष्पादन की कार्यवाही की गई। यह कार्यक्रम अपरान्ह 1 बजे नवीन प्राधिकरण भवन गोमतीनगर के द्वितीय तल स्थित मसूद हॉल में सम्पन्न हुआ।
लखनऊ विकास प्राधिकरण एवं यूपी नेडा के बीच इस एमओयू के माध्यम से इस बात की सहमति बनी है कि ब्यूरो आफ एनर्जी इंसफिशिएंसी की गाइड लाइन के अनुसार लखनऊ विकास प्राधिकरण द्वारा नई बिल्डिंग में ऊर्जा संरक्षण के प्रावधान किए जाएंगे तथा फाइव स्टार रेटिंग हेतु सहयोग प्रदान किया जाएगा।
व्यवसायिक भवनों में एनर्जी कंजर्वेशन बिल्डिंग कोड उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा वर्ष 2018 से लागू किया गया है। जिसके अनुसार इस प्रकार के सभी बिल्डिंगों में ईसीबीसी नार्म्स का पालन किया जाना अनिवार्य है। आवासीय भवनों हेतु ईसीबीसी को लागू किया जाना अनिवार्य नहीं है, किंतु ऊर्जा के संरक्षण एवं पर्यावरण संतुलन के दृष्टिगत आम जनता एवं प्राइवेट बिल्डर्स को इस बात के लिए जागरूक किया जाएगा कि वह अपने भवनों के निर्माण हेतु ईसीबीसी के मानकों का अनुपालन करें। मानकों के अनुपालन से विद्युत बिलों में काफी कटौती होगी एवं पर्यावरण के लिए धनात्मक परिणाम होंगे।
उपाध्यक्ष लखनऊ विकास प्राधिकरण द्वारा यह निर्देश दिए गए कि यूपी नेडा एवं लखनऊ विकास प्राधिकरण इस संबंध में एक वर्कशॉप का आयोजन करें जिसमें सभी बिल्डरों आदि को आमंत्रित करते हुए जागरूकता का अभियान चलाया जाए। स्मार्ट सिटी के लिए स्वच्छता, हरियाली, ऊर्जा एवं जल संरक्षण हेतु विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है।
निदेशक यूपी नेडा द्वारा भी इस संबंध में लखनऊ विकास प्राधिकरण के सभी अधिकारियों एवं प्राइवेट बिल्डर्स को प्रशिक्षण हेतु सहयोग का आश्वासन दिया गया इस सेमिनार को ऑनलाइन सौरभ डीडी निदेशक बीईई एवं विकास रंजन जीआईजेड के द्वारा भी संबोधित किया गया। यूपी नेडा एवं लखनऊ विकास प्राधिकरण द्वारा शारदा नगर विस्तार में बनाए जा रहे प्रधानमंत्री आवास योजना के भवनों में ईसीबीसी के मानकों का समावेश किया गया है, जिस कारण बी ई ई द्वारा द्वारा इन भवनों को फाइव स्टार रेटिंग दी गई है। बसंत कुंज योजना में निर्माणाधीन प्रधानमंत्री आवास योजना के भवनों व अन्य प्रस्तावित भवनों में भी ईसीबीसी के मानकों का समावेश किया जाएगा।
इस कार्यक्रम में स्वागत भाषण पीएस मिश्रा प्रभारी अधीक्षण अभियंता द्वारा किया गया एवं अंत में सचिव लखनऊ विकास प्राधिकरण द्वारा वोट आफ थैंक्स प्रदान किया गया। कार्यक्रम का संचालन नोएडा की कंसल्टेंसी कंपनी पीडब्ल्यू सी की ग्लोरी श्रीवास्तव व उनकी टीम द्वारा सफलतापूर्वक किया गया।