मैरवा(सीवान): कोरोना से संकट से जूझ रहे लोग अब महंगाई की मार झेलनी पड़ रही है। करोना संकट के कारण लॉक डाउन होने से बहुत कारोबार बंद हो गए तो बहुतों ने अपने रखे पैसे को खर्च कर दिया है। अभी तक आमदनी की व्यवस्था पूरी तरह पटरी पर नहीं लौट पाई है, ऊपर से सामानों के बढ़ते दाम लोगों की परेशानी का सबब बन कर रह गया। इसी में रोज प्रयोग में आने वाली सब्जियों के दामों का जायका बिगड़ने लगा है। हरी सब्जियों के भाव भी आसमान छूने लगे हैं के आसमान छूते दामों के कारण आम लोगों की थाली से प्याज के साथ-साथ सब्जी भी गायब होने लगी है।
सब्जियों के राजा आलू के भाव ने नखरे दिखाने शुरू किए तो अन्य सब्जियों की भौहें भी तन गईं। टमाटर, तोरई, बैगन आदि की कीमतों में काफी बढ़ोतरी हो गई है। प्याज शतक की ओर उन्मुख होकर पहले ही लोगों के आंसू निकाल चुका है।
गरीबों की रसोई में शामिल रहने वाला आलू भी अन्य सब्जियों के बढ़े दामों के रंग में रंगने लगा है। त्योहारों के कारण सब्जी के रेट बढ़ गए हैं। इस समय हरी मटर 120 रुपये प्रति किलो की दर से बिक रही है। लगातार बढ़ रही महंगाई ने जहां लोगों की कमर तोड़ दी है, वहीं गरीबों का बुरा हाल हो रहा है।
सब्जियों के दाम मौजूदा समय में इतने बढ़ गए हैं कि आम आदमी को सब्जी के दाम सुनकर पसीना आ रहा है। इस समय प्याज के बढ़े दामों के कारण गरीबों की थाली से प्याज तो जैसे गायब ही हो गई है। सब के काम आने वाला आलू भी गरीबों की पकड़ से दूर होता जा रहा है। प्याज खरीदने से पहले ही लोगों की आंखों से आंसू निकल रहे थे। अब हर सब्जी के भाव भी ताव खा रहे हैं।