पटना: इण्डो नेपाल सीमा पर स्थित वाल्मीकि नगर में गंडक नदी के रास्ते हो रही घुसपैठ को लेकर वीडियो वायरल होने पर एसएसबी समेत पुलिस के वरिय अधिकारियों ने एक अहम बैठक गंडक बराज एसएसबी कंपनी में की।
इस बैठक में एसएसबी के सहायक कमांडेंट ऋषिकेश कुमार, अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी बगहा कैलाश प्रसाद, वाल्मीकि नगर थानाध्यक्ष अर्जुन कुमार, निरीक्षक गंडक बराज एसएसबी कालिदास, निरीक्षक एसएसबी रामनंदन प्रसाद जी कंपनी आदि अधिकारी इस बैठक में शामिल रहे। इस बैठक में सीमा सुरक्षा को लेकर कई बिंदुओं पर चर्चा की गई। जिनमें अगर कोई व्यक्ति नेपाल से भारत में किसी धर्मार्थ या चिकित्सा कारणों से आता है तो इस संदर्भ में नेपाल पुलिस या एपीएफ इसकी सूचना एसएसबी या पुलिस को दे। इस संदर्भ में एपीएफ नेपाल से वार्तालाप कर समन्वय स्थापित किया जाएगा।
आवाजाही में प्रयुक्त होने वाले संभावित स्थल कोलेश्वर घाट तथा लव-कुश घाट के पास एसएसबी तथा पुलिस के द्वारा अवैध आवाजाही को रोकने हेतु संयुक्त प्रयास शुरू कर दिया गया है।
इस संदर्भ में वरीय अधिकारियों को सूचित करते हुए आग्रह किया गया है कि वह नेपाल पुलिस और एपीएफ से समन्वय स्थापित करें। नेपाल पुलिस और एपीएफ से यह अनुरोध किया गया है कि वह अपने तरफ के नाव चालकों तथा नाव मालिकों को अवैध कार्य करने से रोकेंगे।
इस मामले की गंभीरता को देखते हुए 18 नवंबर को ए कंपनी गंडक बराज में भारतीय क्षेत्र के नाव मालिकों तथा चालको की एक मीटिंग की गई थी जिसमें उनको ऐसे अवैध आवाजाही के कार्य में संलिप्त नहीं होने के लिए निर्देश दिया गया है।
ज्ञात हो कि सीमा पर अवैध रूप से आवागमन का एक वीडियो वरिय अधिकारों के संज्ञान में आया था जिसके आलोक में पुलिस और एसएसबी के वरीय अधिकारियों की महत्वपूर्ण बैठक की गई है।
अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी बगहा कैलाश प्रसाद और सशस्त्र सीमा बल के निरीक्षक कालिदास ने बताया की भारत नेपाल की खुली सीमा है। एसएसबी और पुलिस के द्वारा कड़ी चौकसी की जा रही है परिंदा भी पर नहीं मार सकता।
रिपोर्ट: विजय कुमार शर्मा