उन्नाव। वसीम अहमद: उन्नाव के सांसद साक्षी महाराज का बयानबाजी से पुराना रिश्ता रहा बयानबाजी करने में पीछे नही हटते है क्योकि वो विवादित बयानों से ही बीजेपी के फायर ब्रांड नेता कहे जाते है। कभी भी साक्षी महाराज अपने तीखे बयानों से किसी न किसी पर हमला करना नहीं भूलते है | वंही आज साक्षी महराज ने अपने संसदीय क्षेत्र कार्यालय से मिडिया के सवालों पर जमकर बरसे साक्षी महराज साक्षी महराज आने वाले बाबरी मस्जिद के फैसले पर बोले की ऐतिहासिक दिन है हिंदुस्तान का, जो नया इतिहास बनेगा आज का दिन अंकित होगा जिन 32 लोगों को बाइज्जत बरी किया उसमें उन्नाव का भी नाम लिखा जाएगा उन्नाव के सांसद में से एक है और भी बहुत कुछ बोल गये साक्षी महराज आप भी सुनिए।
देखिए आपको एक बात स्पष्ट करो नंबर 1 यह तो ऐतिहासिक दिन है हिंदुस्तान का जो नया इतिहास बनेगा आज का दिन अंकित होगा और जिन 32 लोगों को बाइज्जत उसमें उन्नाव का भी नाम लिखा जाएगा। उन्नाव के सांसद में से एक है मेरे लिए 100 भाग की बात है परंतु यह जीत भाजपा की नहीं यह आंदोलन भी भाजपा का नहीं यह 500 वर्ष से आंदोलन चल रहा था। कितने लोग शहीद हो गए आज 32 बरी हुए कितने लोग चले गए परंतु एक बात स्पष्ट हो गई है माननीय न्यायधीश महोदय निर्णय से महोदय न्यायाधीश ने कहा कोई षड्यंत्र नहीं था, कोई पूरी योजना नहीं थी, कोई कोई साजिश नहीं थी जिन लोगों के नाम एफआईआर उन लोगों ने रोकने का प्रयास किया। एक अचानक घटना थी घट गई, इसलिए सबको सा सामान बरी किया जाता है।
अब प्रश्न यह उठता है, आज से 28 साल पहले एफ आई आर क्यों दर्ज की गई हम लोगों के नामों के खिलाफ स्पष्ट मेरा मत है और बात भी यह है कांग्रेस जब से पैदा हुई है कुश्ती करण की राजनीति करती रही और तुस्टीकरण की राजनीति के आधार पर देश का बंटवारा करवाया। तुस्टीकरण की राजनीति के आधार पर मूर्तियों को रखा गया। उसी के आधार पर एक वर्ग विशेष को खुश करने के लिए ताला लगा दिया दूसरे वर्ग को खुश करने के लिए ताला लगवा दिया। दूसरे वर्ग को खुश करने के लिए शीला पूजन करा दिया गया, फिर दूसरे वर्ग को खुश करने के लिए निर्माण रुकवा दिया गया। यह कुश्ती कांड की राज करो फूट डालो कांग्रेस राजनीति और विपक्ष करते रहे। परंतु मेरा सीधा आरोप है हिंदूवादी ताली को समाप्त करने के लिए जेल में घुसने के लिए उनको बदनाम करने के लिए एक साजिश के तहत कांग्रेस ने आज से 28 साल पहले यह केस दर्ज किया था। कितनी बहस हुई कितने गवाह हुए मुझे एक 1 दिन खड़ा रहना पड़ा, एक कहावत है खोदा पहाड़ निकली चुहिया वह भी मरी हुई।
लेकिन यह 28 साल में पहाड़ तो खुद आ गया चिड़िया मरी हुई नहीं निकली सबको सा सम्मान बरी कर दिया गया। सारे विपक्ष को कांग्रेस को राज्य से क्षमा मांगनी चाहिए राम भक्तों से क्षमा मांगनी चाहिए। हिंदूवादी रामवादी को वह विद्युत करने का प्रयास किया गया इससे घिनौनी राजनीति और नहीं हो सकती एक चेहरा कांग्रेस का यह नहीं है। कांग्रेस नया शब्द लेकर आई थी ‘भगवा आतंक’ साधु संतों को उसके नाम पर जेल में भेज दिया गया, हम बहुत सम्मान करते हैं माननीय न्यायालय विभाग का। हम प्रणाम करते हैं सब को बरी किया गया उनमें से एक आरोपी जिन को बदनाम करने का प्रयास करने का प्रज्ञा ठाकुर आज भाई के सदस्य हैं। तो कुल मिलाकर के फूट डालो राजनीति करो जिस वक्त पूरा गरज कांग्रेस चलता रहा। जबसे मोदी जी अमित शाह की जोड़ी आई है क्या गजब का गंगा जमुना तहजीब है।
सामने धारा 370 हटी पत्ता ना हिला सुप्रीम कोर्ट ने मंदिर के पक्ष में आदेश किया पता नहीं चला। आपको आश्चर्य होगा विशाल बाबू आज जब जजमेंट आया सबको बरी किया गया हिंदू की बधाई तो आई मुसलमान हार लेकर आ गए फातमा अपार्टमेंट में मेरा स्वागत हुआ प्रयाग मुसलमान है जहां ऊपर वाली मस्जिद बनी है। वहां पर स्वागत की तैयारी होने लगी मैंने कहा मेरे कारण कोई बवाल ना हो जाए मैं वहां से निकल कर चुपचाप चला आया। जिलानी जी बात करते हैं कि हाईकोर्ट में जाएंगे सुप्रीम कोर्ट में जाएंगे कहीं भी जाएं उसकी हमको परवाह नहीं है लेकिन मिलने यहीं आओगे। 99% मुसलमान और हिंदू ने इसका सम्मान किया।
उसे बाबरी कहना बंद कीजिए बाबरी नहीं विवादित ढांचा है वो। बाबरी कहते-कहते पत्रकार बावरे हो गए हैं। वहां बाबरी मस्जिद नहीं मंदिर था, मंदिर है मंदिर ही रहेगा। अगर कुछ समय के लिए आप कहना चाहते हैं कोर्ट की भाषा में से विवादित ढांचा कहिए मुझे लगता है किसी के भी पूजा स्थल पर जबरन कब्जा करके वहां नमाज अदा नहीं की जा सकती। ऐसा अगर कोई करता है तो खुदा उसको स्वीकार नहीं करता है यह एक इस्लाम को जानने वाले मानने वाले यह बात को मानते हैं तो यह बड़ी लड़ाई थी जो लड़ी जा चुकी है मथुरा और काशी का मामला भी शोभापुर तरीके से दोनों भाई आपस में बैठकर आराम से लिपटा लेंगे कोई घटना होने वाली नहीं है।
आपको यह पता होना चाहिए कि पाकिस्तान हमारा पड़ोसी देश नहीं है पाकिस्तान भारत का शत्रु देश है और पाकिस्तान के मुखिया से ज्यादा उम्मीद नहीं की जा सकती। पाकिस्तान की स्थिति है कि खिसियानी बिल्ली खंबा नोचे, पाकिस्तान संभल नहीं रहा हिंदुस्तान की चर्चा कर रहे हैं। अपने पाकिस्तान को संभालने का प्रयास करें कोर्ट के मामले में कुछ नहीं कह सकता जिन लोगों ने डाला वकील देखेंगे उस के संदर्भ में व्यक्तिगत कोई टिप्पणी नहीं की जा सकती। मेरी उम्र काफी हो गई मैंने जो बीड़ा उठाया था सब संकल्प पूरे हो गए ब्लूटूथ संकल्प और रह गए हैं एक जनसंख्या वाला केसमाधान संस्था वाला भगवान अगर साथ देंगे मोदी जी की मेहरबानी हुई मुझे लगता है। उन दोनों को भी पूरा कर लेंगे और दूसरे जो मामले आप उठा रहे उनको उठाने का आवश्यकता नहीं है वह खुद समझ जाएंगे।