पीलीभीत। धर्मेंद्र सिंह चौहान: यूपी के पीलीभीत में डीएम पुलकित खरे की ताबताेड़ कार्यवाही ने सभी अफसर और कर्मचारियों की धड़कन बढ़ा दी है। डीएम ने क्रय केंद्र समय पर न खोलने और किसानों के धान को तौलने से इनकार करने वाले क्रय एजेंसी नेफेड के तीन क्रय केंद्र प्रभारियों के खिलाफ कार्रवाई की है। कई बार चेतावनी देने के बाद भी कार्यशैली में सुधार न होने पर डीएम ने तीनों क्रय केंद्र प्रभारियों पर एफआईआर दर्ज कराकर शांतिभंग की आशंका में चालान कर दिया। चालान के बाद उन्हें एसडीएम कोर्ट में पेश किया गया, वहां से तीनों को जेल भेज दिया गया है। क्रय केंद्र प्रभारीयाें की गिरफ्तारी के बाद धान माफियाओं मे हड़कप मच गया है।
दरअसल डीएम पुलकित खरे ने बीते मंगलवार को पूरनपुर और कलीनगर के धान क्रय केंद्रों का निरीक्षण किया था। धीमी गति से धान खरीद पर डीएम ने नाराजगी जताई थी। डिप्टी आरएमओ डॉ. अविनाश झा को प्रतिदिन प्रत्येक क्रय केंद्र पर छह सौ क्विंटल धान खरीद कराने के निर्देश दिए थे।
किसानाे का बेहतर से बेहतर सुविधाएं मुहैया कराने के भी डीएम ने आदेश दिए थे साथ ही मानक के अनुरूप धान न खरीदने वाले केंद्र प्रभारियों को जेल भेजने की भी चेतावनी दी थी।इसके बावजूद पीलीभीत के कलीनगर तहसील के कट दियूरा सेंटर संचालक लायकराम, सोनूपुरा के सेंटर संचालक राजेश और पूरनपुर तहसील के गांव बाजारगंज के सेंटर संचालक धर्मेंद कुमार पर कई तरह की धान खरीद केंद्र लगातार शिकायतें मिल रही थीं।
डीएम ने एसडीएम से जांच कराई ताे क्रय केंद्र समय पर न खोलने और धान की तौल न करने का आरोप सत्य पाया गया। लापरवाही को लेकर किसानों में भी गुस्सा था। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर क्रय केंद्र प्रभारियों से धान खरीद करने को कहा तो भी क्रय केंद्र प्रभारी नहीं माने। चेतावनी के बावजूद गंभीरता न बरतने पर डीएम ने सख्त एक्शन लिया और तीनाें सेंटर संचालक पर काेतवाली पूरनपुर में एफआईआर दर्ज करा दी।
पुलिस ने तीनों क्रय केंद्र प्रभारियों की पहले गिरफ्तारी की। फिर तीनों का शांतिभंग की आशंका में चालान करके उन्हें एसडीएम कोर्ट में पेश किया गया।जहां से तीनों क्रय केंद्र प्रभारियों को जेल भेज दिया गया है। डीएम पुलकित खरे का धान खरीद पर लगातार नजर बनाए रखना और गड़बडी मिलने पर तत्काल कार्यवाही करने से सेंटर संचालक, खाघान्न माफियाओं और राइस मिलराे मे हड़कप मचा हुआ है।