ब्यूरो, लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गृह विभाग की 50 करोड़ रुपये से अधिक की सभी परियोजनाओं का तकनीकी संस्थान से थर्ड पार्टी ऑडिट कराने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा है कि सचिव के स्तर से परियोजनाओं की साप्ताहिक व अपर मुख्य सचिव के स्तर से पाक्षिक समीक्षा की जाए।
साथ ही यह निर्देश भी दिए हैं कि कार्य की मॉनिटरिंग की जिम्मेदारी संबंधित जिला, रेंज व जोन के पुलिस अधिकारियों की भी होगी। अनुबंध की शर्तें न मानने वाले ठेकेदारों को ब्लैक लिस्ट करने के भी निर्देश मुख्यमंत्री ने दिए हैं। कार्ययादी संस्थाओं में इंजीनियरों की कमी के चलते उन्होंने तकनीकी संस्थानों से या सेवानिवृत्त हो चुके अनुभवी इंजीनियरों की सेवाएं लेने की सहमति भी दी है।गुरुवार को अपनी सरकारी आवास पर गृह विभाग की निर्माण परियोजनाओं की समीक्षा बैठक में उन्होंने कहा कि परियोजनाओं का भौतिक सत्यापन भी कराया जाए। उन्होंने कहा कि विभिन्न जिलों में निर्माणाधीन पुलिस लाइन, ट्रांजिट हास्टल अथवा प्रशिक्षण संस्थानों से जुड़े आवासीय व अनावासीय भवनों के निर्माण कार्यों के भौतिक सत्यापन की रिपोर्ट के साथ संबंधित फोटो भी जमा होनी चाहिए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि कार्य प्रारंभ होने के बाद परियोजना की डिजाइन में शासन से अनुमोदन के बिना किसी प्रकार का बदलाव न किया जाए। उन्होंने यह भी कहा कि बहुमंजिला इमारतों में अनिवार्य रूप से लिफ्ट लगाई जाए, और उसके संचालन के लिए कार्पस फंड बनाया जाए।निर्माण कार्यों के लिए अब तक जारी बजट की जोनवार समीक्षा करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि फील्ड में ड्यूटी देने वाले पुलिसकर्मी के निवास के लिए अच्छी व्यवस्था होनी चाहिए। अधिकारियों ने बताया कि संभल, हापुड़, चंदौली, औरैया, अमरोहा, शामली सहित नौ जिलों में अब तक स्थायी पुलिस लाइन नहीं हैं, इनका निर्माण कराया जा रहा है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि अलीगढ़ पुलिस लाइन में ट्रांजिट हास्टल चार ब्लाक (जी 12) का निर्माण कार्य अप्रैल 2025 तक पूरा कर लें। इसी तरह, उन्नाव में निर्माणाधीन राज्य अग्निशमन प्रशिक्षण महाविद्यालय और लखनऊ में वीरांगना ऊदादेवी महिला पुलिस बटालियन के आवासीय व अनावासीय भवनों के निर्माण कार्य में तेजी लाई जाए। उन्होंने कहा की 1वीं वाहिनी विशेष सुरक्षा बल, लखनऊ, अमेठी पुलिस लाइन, पीएसी महिला वाहिनी बदायूं, पुलिस प्रशिक्षण महाविद्यालय मुरादाबाद और पीटीएस मेरठ गोरखपुर व सीतापुर की क्षमता दोगुनी की जाए।
उन्होंने गौतमबुद्ध नगर में 49वीं वाहिनी पीएसी बटालियन, शामली में एक नई पीएसी वाहिनी की स्थापना, अयोध्या में विधि विज्ञान प्रयोगशाला, आवासीय पुलिस प्रशिक्षण विद्यालय मेरठ, आवासीय पीएसी महिला वाहिनीं बदायूं तथा गोरखपुर में महिला पीएसी वाहिनी की स्थापना के लिए आवासीय व अनावासीय भवनों का निर्माण तय समय सीमा के भीतर पूरा कराने के निर्देश दिए हैं।