संवाददाता, लखनऊ। उत्तर प्रदेश आरक्षी नागरिक पुलिस के पदों पर भर्ती की लिखित परीक्षा को लेकर लखनऊ पुलिस ने पूरी तैयारी कर ली है। सयुंक्त पुलिस आयुक्त अमित वर्मा व पुलिस उपायुक्त मुख्यालय आर एन सिंह ने प्रेस वार्ता कर विस्तृत जानकारी दी है। परीक्षा को लेकर पुलिस ने कड़ी तैयारी की है।
इस बार परीक्षा में यदि कोई गड़बड़ी करता पाया गया तो उसके खिलाफ आजीवन कारावास से लेकर एक करोड़ रुपये तक के जुर्माने का प्रावधान किया गया है। इस बार पुलिस का सारा फोकस सॉल्वर और नकल माफिया पर है। परीक्षा के पहले ग्रैंड रिहर्सल करके कमिश्नरेट लखनऊ की पुलिस ने तैयारियों को अंतिम रूप से परख भी लिया है।
81 केंद्रों पर कुल 39072 अभ्यर्थी होंगे शामिल
इस बार होने वाली परीक्षा में शहर के 81 केंद्रों पर कुल 39072 अभ्यर्थी शामिल होंगे। यह परीक्षा विभिन्न केंद्रों पर 23, 24, 25, 30 और 31 अगस्त को होने जा रही है।
मुख्यमंत्री के निर्देश पर कड़े सुरक्षा प्रबंध, ड्रोन से होगी निगरानी
यूपी पुलिस का हिस्सा बनने के लिए सिर्फ उत्तर प्रदेश ही नहीं, 27 अन्य राज्यों व आठ केंद्र शासित प्रदेशों के 6,30,481 अभ्यर्थी भी परीक्षा में किस्मत आजमाएंगे। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ क निर्देश पर परीक्षा केंद्रों के आसपास हाट स्पाट की निगरानी ड्रोन कैमरों से कराई जाएगी। सुरक्षा प्रबंधों में तकनीक का भी अधिक से अधिक उपयोग सुनिश्चित कराया जा रहा है। सिपाही भर्ती परीक्षा में कुल 48,17,441 अभ्यर्थियों को शामिल होना है। इनमें उत्तर प्रदेश के बाद सर्वाधिक 2,67,296 अभ्यर्थी बिहार के होंगे। 23, 24, 25, 30 व 31 अगस्त को 67 जिलों में होने वाली भर्ती परीक्षा से पूर्व कड़े सुरक्षा प्रबंध सुनिश्चित कराए जा रहे हैं।
परीक्षा के लिए यह भी दिए गए निर्देश
- परीक्षा केंद्रों के आसपास यूपी-112 की पीआरवी मुस्तैद रखी जाए।
- असामाजिक तत्वों पर कड़ी नजर रखी जाए।
- परीक्षा केंद्रों के आसपास ध्वनि विस्तारक यंत्रों के प्रयोग पर नियंत्रण।
- परीक्षा केंद्रों पर अभ्यर्थियों की तलाशी में सहयोग के लिए पर्याप्त संख्या में महिला व पुरुष पुलिसकर्मी लगाए जाए।
- परीक्षा केंद्रों आसपास स्थित फोटो कापी की दुकानों, साइबर कैफे व मोटरसाइकिल स्टैंड की प्रभावी चेकिंग की जाए।
- अन्य राज्यों के अभ्यर्थियों की सुविधा के लिए रेलवे/राज्य सड़क परिवहन निगम के अधिकारियों से समन्वय बनाकर आवश्यक प्रबंध किए जाएं।
- जिन जिलों में परीक्षा केंद्र नहीं हैं, वहां भी विशेष सतर्कता बरती जाए।
- जिले में परीक्षा से जुड़ी कोई भी सूचना मिलने पर उसकी जानकारी डीजीपी मुख्यालय स्थित कंट्रोल रूम व भर्ती बोर्ड के अधिकारियों को दी जाए।
- किसी आपात स्थिति से निपटने के लिए अस्पताल चिन्हित कर लिये जाएं।
- इंटरनेट मीडिया पर कड़ी नजर रखी जाए। परीक्षा से जुड़ी किसी अफवाह का तत्काल खंडन किया जाए।