2017 में चुनाव हार गए थे मोल्हू
पार्टी छोड़ने वाला मैं अकेला नहीं हूं: रविंद्र मोल्हू
सहारनपुर। लोकसभा चुनाव से पहले बसपा को तगड़ा झटका लगा है। दो दिन पहले बसपा की रैली में मायावती का जयकारा लगाने वाले पूर्व विधायक रविंद्र कुमार मोल्हू और पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष अनिता चौधरी बसपा छोड़कर भाजपा में शामिल हो गए। जिले में बसपा के बड़े चेहरे के रूप में पहचान बनाने वाले रविंद्र मोल्हू ने राघव लखनपाल शर्मा की कार्यशैली, निष्ठा, शालीनता की जमकर प्रशंसा की।
रामपुर मनिहारान विधानसभा क्षेत्र से 2007 एवं 2012 में बसपा से विधायक चुने गए रविंद्र कुमार मोल्हू 2017 के चुनाव में भाजपा के देवेंद्र निम से चुनाव हार गए थे। इसके कुछ दिन बाद वह भाजपा में शामिल हो गए थे, मगर जल्द ही उन्होंने बसपा में वापसी कर ली थी और 2022 का विधानसभा चुनाव उन्होंने एक बार फिर बसपा के टिकट पर लड़ा था, जिसमें उन्हें भाजपा प्रत्याशी देवेंद्र निम ने दूसरी बार पराजित किया था।
रविंद्र मोल्हू समेत सभी नेता 14 अप्रैल को भरतपुर सरसीना की जनसभा में मंच पर मायावती के जयकारे लगा रहे थे। मंगलवार सुबह मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के दौरे से ठीक पहले पूर्व विधायक रविंद्र कुमार मोल्हू, बसपा की पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष अनिता चौधरी और इनके पति नकुड़ से बसपा के टिकट पर विधानसभा चुनाव लड़े नवीन चौधरी भाजपा कार्यालय पहुंचे और भाजपा का दामन थाम लिया।
पार्टी कार्यालय पर भाजपा जिलाध्यक्ष महेंद्र सैनी, लोकसभा प्रत्याशी राघव लखनपाल शर्मा, रामपुर मनिहारान विधायक देवेंद्र निम, शहर विधायक राजीव गुंबर, महानगर अध्यक्ष पुनीत त्यागी ने पार्टी में शामिल होने पर पूर्व विधायक एवं नवीन चौधरी का स्वागत किया। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के सहारनपुर आगमन से कुछ घंटे पूर्व जिस तरह बसपा नेताओं ने भाजपा का दामन थामा है, उससे बसपा को करारा झटका लगा है।
मीडिया ने पूर्व विधायक रविंद्र मोल्हू से बसपा छोड़ने पर सवाल किया तो वह सकपका गए। बोले, मैं कोई अकेला व्यक्ति थोड़े हूं, जो पार्टी बदल रहा हूं। तमाम लोग आ-जा रहे हैं। मैं पार्टी छोड़ने के बाद उसकी बुराई नहीं करता। यह मेरा स्वयं का फैसला है। मैं मोदी-योगी की नीतियों से प्रभावित हूं।