ब्यूरो, लखनऊ। पंचायत चुनाव और विधानसभा चुनावों के लिए बिसात बिछाने में जुटी सपा अब संगठन की कमजोर कड़ियों को बदलने की कसरत कर रही है। बुधवार को पार्टी नेतृत्व ने कुशीनगर की इकाई को भंग कर दिया, केवल जिलाध्यक्ष को बरकरार रखा गया है। इससे पहले आगरा में भी मुख्य संगठन से लेकर फ्रंटल संगठनों तक की कार्यकारिणी भंग की जा चुकी है। पार्टी अब नये सिरे जिम्मेदारी देने पर मंथन कर रही है।

चुनावी तैयारी के तहत सपा संगठन को बूथ स्तर तक मजबूत कर रही है, परंतु कुछ जिलों में अपेक्षा के अनुरूप काम नहीं हो पा रहा है। ऐसे में संगठन के कील-कांटे दुरुस्त करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। पिछले दिनों आगरा में बिजली बिल जमा न होने के कारण सपा कार्यालय का कनेक्शन काट दिया गया था।
दूसरी तरफ संगठन के काम को लेकर प्रश्न उठ रहे थे। जिसके बाद वहां के जिला, शहर व सभी फ्रंटल संगठनों की कार्यकारिणी भंग कर दी गई थी। वहां अभी जिम्मेदारियां बांटी भी नहीं गई हैं कि बुधवार को कुशीनगर में भी इसी तरह की कार्रवाई कर दी गई।
पिछले दिनों कुशीनगर के जिलाध्यक्ष मोहम्मद शुकरुल्लाह का निधन हो गया था, जिसके बाद पूर्व एमएलसी रामअवध यादव को जिम्मेदारी दी गई है। प्रदेश अध्यक्ष श्यामलाल पाल ने जिलाध्यक्ष को बरकरार रखते हुए जिला कार्यकारिणी, विधान सभा क्षेत्र अध्यक्षों सहित कार्यकारिणी तथा अन्य फ्रंटल संगठन के जिलाध्यक्षों सहित जिला कार्यकारिणी को भंग कर दिया है। माना जा रहा है कि आने वाले दिनों में कुछ और जिलों में संगठन में फेरबदल हो सकता है।