भाजपा की हुयी ‘किरकिरी’,मंंत्री के ‘पुत्र’ को बचाने के लिये निजी सचिव को बनाया बलि का ‘बकरा’ !


जलशक्ति मंत्री स्वतंत्र देव सिंह के बेटे को प्रोटोकाल जारी के संबंध में घमासान

निश्चित रुप से निजी सचिव आनंद कुमार को कोई निर्देश दिया होगा- उ.प्र.सचिवालय संघ के अध्यक्ष अर्जुन देव भारती

संजय श्रीवास्तव

लखनऊ। एक मंत्री के बेटे को बिना पद प्रोटोकाल संबंधी पत्र जारी करने पर निजी सचिव आनंद कुमार को हटा दिया गया। ‘द संडे व्यूज़’ का सवाल मंत्री जी से है कि क्या एक निजी सचिव की इतनी हैसियत है कि बिना आपकी अनुमति से आपके सुपुत्र के लिये प्रोटोकाल जारी कर सकता है ? चलिये थोड़ी देर के लिये मान लेते हैं कि आपसे अनुमति नहीं ली हो, तो क्या आपके पुत्र ने निजी सचिव पर प्रोटोकाल जारी करने के लिये दबाव नहीं बनाया होगा ? बात जो भी हो, हमेशा बलि का बकरा निचले स्तर का कर्मचारी ही बनता है और इस प्रकरण में भी मंत्री अपने लाल को बचाने के लिये निजी सचिव को बलि का बकरा बना दिये। मंत्री जी के लल्ला ने तो भाजपा की किरकिरी करा ही दी लेकिन देखने की बात ये होगी कि अब निजी सचिव को बचाने के लिये कौन आता है। इस बाबत उ.प्र.सचिवालय संघ के अध्यक्ष अर्जुन देव भारती ने कहा कि सचिवालय में तैनात एपीएस या पीएस इतने अनुभवी होते हैं कि उन्हें मालूम होता है कौन सा काम नियम संगत है और कौन सा काम नियम संगत नहीं है। मंत्रियों के निर्देश पर ही सारे आदेश जारी किये जाते हैं और इस प्रकरण में भी मंत्री के निजी सचिव आनंद कुमार को किसी का निर्देश जरुर जारी किया गया होगा…। 

जलशक्ति मंत्री स्वतंत्र देव सिंह ने बेटे अभिषेक सिंह का बिना किसी पद के प्रोटोकाल संबंधी पत्र जारी करने के मामले में अपने निजी सचिव आनंद कुमार को हटा दिया है। निजी सचिव ने जालौन डीएम और एसपी को प्रोटोकाल के लिये पत्र लिखा था। कहा गया था कि अभिषेक सिंह के आने। जाने की पूरी व्यवस्था सुनिश्चित की जाये। इंटरनेट मीडिया पर निजी सचिव का संबंधित पत्र प्रसारित होने पर सरकार से लेकर भाजपा नेतृत्व तक ने नाराजगी जताई। इसके बाद स्वतंत्र देव ने अपने निजी सचिव आनंद कुमार को हटा दिया। हालांकि, देर रात तक सचिवालय प्रशासन की ओर से इस संबंध में कोई आदेश जारी नही हुआ है।

मंत्री के बेटे को प्रोटोकाल संबंधी पत्र 14 अगस्त को लिखा गया था। स्वतंत्रता दिवस के मौके पर उरई में आयोजित तिरंगा यात्रा में अभिषेक सिंह शामिल हुये थे। इस दौरान उनकी सुरक्षा में एक गनर तैनात किया गया था। बिना किसी पद के मंत्री के बेटे को प्रोटोकाल पर सपा ने भाजपा व मंत्री को घेरा है। इंटरनेट मीडिया पर लिखा कि भाजपा एक तरफ वीआइपी कल्चर घटाने और परिवारवाद खत्म करने की बात और दावे करती है जबकि सत्ता में आते ही इनका परिवारवाद और वीआइपी कल्चर किस कदर उत्पात और तांडव कर रहा है, यह सबके सामने है। जालौन में जल शक्ति मंत्री स्वतंत्र देव सिंह के बेटे अभिषेक सिंह को वीआईपी प्रोटोकॉल देने का मामला सामने आया है। उनके निजी सचिव ने डीएम और एसपी को पत्र लिखकर अभिषेक सिंह को विशेष सुविधा देने का निर्देश दिया, जबकि वह किसी राजनीतिक या संवैधानिक पद पर नहीं हैं।

पूरा मामला 15 अगस्त से जुड़ा है। स्वतंत्रता दिवस पर उरई में आयोजित तिरंगा यात्रा में अभिषेक सिंह शामिल होने आये थे। आयोजन के मद्देनजर जल शक्ति मंत्री के निजी सचिव ने प्रशासन को निर्देशित करते हुये प्रोटोकॉल का पत्र भेजा। इसमें स्पष्ट किया गया था कि जिले में मंत्री की तरह अभिषेक सिंह को भी सुरक्षा, स्वागत और अन्य सुविधाएं दी जायें।

अर्जुन देव भारती ने बताया कि बिना निर्देश के सचिवालय कैडर का कोई भी अधिकारी निर्देश नहीं जारी कर सकता है। निश्चित रुप से आनंद कुमार को कोई निर्देश दिया होगा। किसने निर्देश दिया था,उसको सामने आकर माफी मांगना चाहिये। यही उसका बड़प्पन होगा और आनंद कुमार को बचाना होगा।


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