बीओ अयोध्या प्रसाद ओझा को तहसील से एंटी करप्शन के इंस्पेक्टर धनंजय सिंह ने किया गिफ्तार


एंटी करप्शन टीम ने होमगार्ड विभाग के बीओ को घूस लेते रंगे हाथ किया गिरफ्तार

जांच  खत्म कराने के एवज में 15 हजार रुपये घूस की मांग की

 संजय पुरबिया

लखनऊ। उत्तर प्रदेश के बलरामपुर में तैनात बीओ ब्लॉक आर्गनाइजर अयोध्या प्रसाद ओझा को मंगलवार की शाम होमगार्ड लालता प्रसाद से 15 हजार रुपये घूस लेते हुये रंगे हांथ गिरफ्तार किया है। होमगार्ड को कभी ड्यूटी के दौरान सोते हुये पाया गया था,जिसकी शिकायत पर कमांडेंट चंदन सिंह ने स्पटीकरण मांगा था। इस पर बीओ अयोध्या प्रसाद ओझा ने लालता प्रसाद से जांच  खत्म कराने के एवज में 15 हजार रुपये घूस की मांग की। होमगार्ड लालता प्रसाद ने इसकी शिकायत एंटी करप्शन को दी और कल उसे रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया गया।

बता दें कि मंगलवार की शाम चार बजकर पचास मिनट पर बलरामपुर के तहसील सदनर में बीओ अयोध्या प्रसाद ओझा पुत्र नरसिंह प्रसाद निवासी- करुआपारा थाना-इटियाथोक,जनपद गोण्डा को होमगार्ड लालता प्रसाद पुत्र स्व. महादेव प्रसाद निवासी बलरामपुर से 15 हजार रुपये घूस लेते हुये एंटी करप्शन के इंस्पेक्टर धनंजय कुमार सिंह ने रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया। बताया जाता है कि घूस की रकम जांच खत्म कराने के नाम पर मांगा गया था।

बता दें कि गोण्डा के कमांडेंट चंदन सिंह के पास बलरामपुर अतिरिक्त जिला है। विभाग में चर्चा जोरों पर है कि एक बड़े अधिकारी की शह पर बीओ ने घूस की रकम होमगार्ड से मांगी थी। वैसे भी इस विभाग के अधिसंख्य कमांडेंट बेखौफ होकर होमगार्डों से वर्दी ठीक ना होने,बिखरे बाल या फिर जूता पॉलिस ना होने सहित अन्य कमियां निकाल कर डयूटी परेड से निकाल देते हैं । इसी के बाद वसूली का खेल शुरु हो जाता है। कमांडेंट के भरोसेमंद टीम ऐसे जवानों से सौदेबाजी करने में लग जाते हैं और वसूली की रकम कमांडेंट की जेब में जाता है। पानी का कुछ छींटा वसूलीमैन की जेब में जाता है। लालता प्रसाद के प्रकरण में भी ऐसा ही हुआ है। लालता प्रसाद जानता था कि इसकी शिकायत कमंाडेंट चंदन सिंह से करता तो उसी के खिलाफ कार्रवाई कर दी जाती इसीलिये वो एंटी करप्शन की शरण में गया और ओझा जी गये जेल में।


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