मनीष दूबे हुआ निलंबित
संजय पुरबिया
लखनऊ। यूपी का चर्चित कमांडेंट मनीष दूबे 7 नवंबर को ही निलंबित कर दिया गया था जिसे ‘द संडे व्यूज़’ ने 8 नवंबर को ही शीर्षक ‘एसडीएम ज्योति मौर्या केस-कमांडेंट मनीष दूबे हुये सस्पेंड़ से प्रकाशित किया था। हालांकि मुख्यालय से पत्र जारी नहीं हुआ था लेकिन डीजी बी.के.मौर्या ने इस खबर पर मोहर लगा दी थी। अपर मुख्य सचिव अनिल कुमार द्वारा जारी 7 नवंबर के पत्र में साफ तौर पर लिखा है कि डीजी द्वारा की गयी जांच में महोबा के कमांडेंट मनीष दूबे को दोषी पाया जाता है इसलिये उन्हें निलंबित करने के साथ ही विभागीय कार्रवाई संस्तुति की जाती है। इस पूरी कार्रवाई के हीरो माना जाये तो होमगार्ड राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार धर्मवीर प्रजापति, डीजी बी.के.मौर्या और आगरा परिक्षेत्र के डीआईजी-होमगार्ड संतोष सुचारी ही हैं।
5 माह बाद ही सही लेकिन द संडे व्यूज़ की रिपोर्टिंग रंग दिखायी। फिलवक्त मनीष दूबे को मुख्यालय से सम्बद्ध कर दिये गये हैं। देश भर में चर्चित एसडीएम ज्योति मौर्या और कमांडेंट मनीष दूबे के अवैध संबंधों की चर्चा रही। चाहें बच्चा हो या फिर बुजुर्ग,जिससे भी दोनों का नाम पूछते तो सभी का जवाब मिलता हां मैंने ये न्यूज़ देखी है।
‘द संडे व्यूज़’ कार्यालय में ज्योति मौर्या के पति आलोक मौर्या ने आकर पूरी कहानी सुनायी…। वो अपने पत्नी की बेवफाई और बच्चों से दूरी को बर्दाश्त नहीं कर पा रहा था…। आलोक किसी बच्चे की तरह फफक-फफक कर अपनी पीड़ा सुनाता रहा और उसके हक की लड़ाई में द ‘संडे व्यूज़’ ने खुलकर साथ दिया और आखिरकार पांच माह बाद कमांडेंट मनीष दूबे सस्पेंड़ कर दिया गया।