खुला खरीदने से बचें, नमी की कर लें जांच
आगरा। उत्तर प्रदेश के आगरा में जन्माष्टमी पर उपवास में कुट्टू के आटे की पकौड़ी खाने से एक ही परिवार के आठ लोगों की हालत बिगड़ गई। इनमें तीन बच्चे भी शामिल हैं। पड़ोसियों ने सभी को अस्पताल में भर्ती कराया। इनमें से तीन की हालत गंभीर है। उन्हें आईसीयू में रखा गया है। परिवार के लोगों का कहना है कि खराब कुटटू का आटा देने से दिक्कत हुई। मामले में पुलिस को जानकारी नहीं दी गई थी।
प्रकाश पुरम (टेढ़ी बगिया) की रहने वाली रीना खंदौली स्थित स्वास्थ्य केंद्र में नर्स हैं। परिवार के लोगों ने बताया कि जन्माष्टमी पर परिवार में बेटियों सहित अन्य लोगों का व्रत था। जलेसर रोड स्थित एक पंसारी से कुट्टू का आटा खरीदकर लाए थे। दोपहर में आटे की पकौड़ी बनाईं। अपराह्न 3 बजे के बाद एक-एक करके सभी लोगों ने इनको खाया। शाम तकरीबन 4:30 बजे सबसे पहले रीना और उनके पति श्याम सिंह की हालत बिगड़ी। उनको उल्टी होने लगी।
इसके बाद उनकी 12 साल की बेटियां दिया, रिया (10), रीना की ननद नंदनी, जेठ की बहू रेनू के अलावा परिवार की दिव्या (17), आस्था (14) की भी हालत बिगड़ गई। रिया रोते हुए पड़ोस में पहुंची। इस पर लोग जुट गए। सभी को ऑटो से कालिंदी विहार स्थित अस्पताल में लेकर आए। इनमें से रेनू, श्याम सिंह और रीना की हालत गंभीर बनी हुई थी। उन्हें आईसीयू में रखा गया।
सहायक आयुक्त खाद्य द्वितीय शशांक त्रिपाठी के अनुसार कुट्टू का आटा खरीदते वक्त ये परख लें कि उसमें नमी तो नहीं है। ऐसा होने से उसके खराब होने की आशंका रहती है। कई बार कीड़े भी पनप जाते हैं, जिसे बिना देखे पैक करवाकर घर ले जाते हैं। पैकेट बंद कुट्टू आटा खरीदने को प्राथमिकता दें। इस पर खराब होने की तिथि जरूर जांच लें।