मैं किसान की बेटी हूं,किसानों के आंख में पानी,पसीने में दरार मत पडऩे दीजिये: सीमा कुशवाहा
शेखर यादव
इटावा। तीन केन्द्रीय कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों का टिकरी बार्डर और सोनीपत में सिंधु बार्डर पर जबरदस्त प्रदर्शन जारी है। किसानों ने लागू की गयी कानूनों के विरोध में केन्द्र सरकार की चूलें हिलाकर रख दी है। किसानों के उग्र रुप को देख सरकार ने सारी जतन किये,यहां तक कि आंसू गैस से लेकर आने वाले राह में सडक़ों की खुदाई कराने के साथ ही ठंडे पानी की बौछारें तक करायी लेकिन सब नाकाम रहा। किसानों पर ठंड में पानी की बौछार सहित उन्हें रोकने के लिये पुलिसिया अत्याचार से जहां अन्य राजनैतिक दलों ने चुप्पी साध रखी है,वहीं सुप्रीम कोर्ट की मशहूर अधिवक्ता सीमा कुशवाहा इससे बेहद आहत हैं। उन्होंने साफ शब्दों में सरकार की निंदा की और कहा कि उन्हें ये नहीं भूलना चाहिये कि चुनाव के समय जिन अन्नदाताओं के दरवाजे जाकर मत्था टेकते हो आज उन्हीं पर ठंडे पानी की बौछार और आंसू गैस छोड़ रहे हैंं। ये बेहद निंदनीय है।
द संडे व्यूज़ को सीमा कुशवाहा ने बताया कि मैं एक किसान की बेटी हूं और खुद भी मिट्टी से जुड़ी हुई हूं इसलिये देश की सभी राजनीतिक पार्टियों से कहना चाहती हू, किसान और मिट्टी के बीच में सिर्फ समर्पण एवं दुलार ही आना चाहिये, सत्ता और राजनीति जब- जब इन दोनों मां बेटों के रिश्तों के बीच में आयी है तब- तब खराब वक्त भोगना पड़ा है। जो भी लोग इस रिश्ते को सही कर सकते हों उनसे मैं यही कहूंगी कि अभी भी वक्त है आंख में पानी और पसीने में दरार मत पढऩे दीजिये। सभी राजनीतिक दलों को चुनाव के समय जिन किसानों की याद आती है आज उसी अन्नदाता के ऊपर इस ठंड में ठंडे पानी की बौछार और आंसू गैस छोडऩा निंदनीय है।
बता दें कि पंजाब, हरियाणा, राजस्थान और उत्तर प्रदेश के किसानों के प्रदर्शन के चलते लगातार तीसरे दिन दिल्ली,एनसीआर की यातायात व्यवस्था चरमरायी हुयी है। किसान आंदोलन के कारण सोनीपत में जीटी रोड पर भीषण जाम लगा हुआ है। आलम यह है कि किसानों की वजह से कुंडली से बहालग तक करीब 10 किलोमीटर तक लंबा जाम लग गया है। बता दें कि किसान कुंडली बॉर्डर पर रोड पर बैठे हुये हैं, जिससे आवागमन ठहर गया है। किसानों के ठहराव से जीटी रोड पर भी हालात खराब हैं। 10 किलोमीटर तक लगे लंबे जाम में फं से हजारों ट्रकों में लदे फ ल व सब्जियों के खराब होने की आशंका है।