मौत के बाद जागे आबकारी,पुलिस विभाग के अफसर :कच्ची शराब की भट्ठियां तोड़ी गई
मौत के सौदागरों को दबोचने के लिए कई गांवों में हुई छापेमारी,150 कच्ची शराब,2000 लहन हुए नष्टï
चंद्रशेखर यादव
इटावा। उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड में जहरीली शराब से हुई मौतों से हडक़ंप मच गया है। अब तक यूपी के सहारनपुर, कुशीनगर और उत्तराखंड में 98 लोगों की मौत हो चुकी है। कई का अस्पतालों में इलाज चल रहा है। मृतकों की संख्या बढ़ सकती है। इस घटना के बाद जिस तरह से सीएम योगी आदित्यनाथ ने गंभीर रूख अख्तियार किया है,उसके बाद आबकारी विभाग और पुलिस विभाग के अधिकारी संयुक्त रूप से अभियान चला रहे हैं। इसी कड़ी में डीएम और एसएसपी के निर्देश पर आज जिला आबकारी अधिकारी के नेतृत्व में आबकारी एवं जसवंतनगर पुलिस द्वारा संयुक्त रूप से कोठी कैसत, कंजड़ बस्ती में कच्ची शराब बनाने वालों एवं अवैध शराब बिक्री करने वालों के घरों में छापामारी कार्यवाही की गयी।
इस दौरान 150 लीटर कच्ची शराब बरामद की गई और लगभग 2000 किलो लहन मौके पर नष्ट किया गया। इसके अतिरिक्त शराब बनाने के उपकरण व तीन अभियुक्तों को मौके से हिरासत में लिया गया गया। आगामी दिनों में भी अवैध शराव के अड्डों पर कार्यवाही की जायेगी। गिरफ्तार लोगों के विरुद्ध आबकारी अधिनियम के तहत अभियोग पंजीकृत किया गया है।
छापेमारी कार्यक्र्रम में आबकारी निरीक्षक विमलेश कुमार यादव, विचित्र कुमार, अमित कुमार एवं ओमकार सिंह एवं आबकारी सिपाही धर्मेंद्र कुमार,आनन्द कुमार, कोमल, थाना प्रभारी करमवीर सिंह तालान उप निरीक्षक मनोज कुमार, उप निरीक्षक चिन्तन कौशिक, उप निरीक्षक राजेश कुमार, आरक्षी वीर बहादुर, निशांत ,आशीष , वीर बल्लभ ,सचिन मौजूद रहे।
बता दें कि हरिद्वार में परोसी गई शराब में नशा बढ़ाने के लिए चूहा मारने की दवा मिलाने की आशंका है। जहरीली शराब से अकेले सहारनपुर 35 मौतें हुई हैंए जबकि 18 ने मेरठ में इलाज के दौरान दम तोड़ा। हरिद्वार में 34 और कुशीनगर में 11 मौतें हुई हैं। मरने वाले ज्यादातर वे लोग हैंए जो हरिद्वार के बालूपुर गांव में एक तेरहवीं संस्कार में शामिल होने गए थे और वहीं पर उन्होंने शराब पी थी।